क्या आपने कभी सोचा है कि घर बैठे दूध का बिजनेस शुरू किया जा सकता है? जी हां, गाय पालन ऐसा रोजगार है जो मेहनत तो मांगता है, लेकिन कमाई का दरवाजा भी खोल देता है. बस जरूरत है सही नस्ल चुनने की. कुछ ऐसी गायें हैं जो दिनभर में 30 से 35 लीटर तक दूध दे सकती हैं. अगर आप डेयरी शुरू करने का सोच रहे हैं, तो ये जानकारी आपके बहुत काम की है.
सही नस्ल से ही शुरू होती है कमाई की गारंटी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अगर गाय पालन को व्यवसाय के रूप में अपनाना है, तो सबसे पहले नस्ल की पहचान करना जरूरी है. भारत में कुछ देसी और विदेशी नस्लें ऐसी हैं जिनसे रोज 25 से 35 लीटर तक दूध आसानी से प्राप्त किया जा सकता है. इन नस्लों की खासियत यह है कि इन पर बीमारी का असर बहुत कम होता है और इनकी देखभाल भी ज्यादा मुश्किल नहीं होती. इससे किसान का खर्च घटता है और मुनाफा बढ़ता है.
देसी नस्लें: कम बीमारी, ज्यादा दूध
भारत की देसी गाय नस्लों में साहीवाल, गिर और लाल सिंधी ऐसी हैं जो दूध उत्पादन में बेहद भरोसेमंद मानी जाती हैं. ये गायें गर्मी और सर्दी दोनों मौसम में अनुकूल रहती हैं और इनका दूध स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है. देसी नस्ल की गायों की सबसे बड़ी खूबी यह है कि ये लंबे समय तक दूध देती हैं और इनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. यही वजह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसान अब फिर से देसी गाय पालन की ओर लौट रहे हैं.
विदेशी नस्लें: ज्यादा उत्पादन, कम परेशानी
अब बात करते हैं होल्स्टीन फ्रिजियन (HF), जर्सी, ब्राउन स्विस और आयरशायर गायों की जिनकी नस्लें विदेश से आईं लेकिन भारतीय मौसम में भी खूब फल-फूल रही हैं. ये गायें दूध उत्पादन में रिकॉर्ड बना रही हैं. एक स्वस्थ गाय रोज 30 से 35 लीटर तक दूध दे सकती है. इनकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये जल्दी थकती नहीं और संतुलित आहार देने पर लगातार अधिक मात्रा में दूध देती हैं. इन नस्लों से किसानों को न सिर्फ खुद के घर के लिए दूध मिलता है बल्कि वे अतिरिक्त दूध बेचकर हर महीने अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं.
सहीं देखभाल से बढ़ता है दूध उत्पादन
अगर आप गाय पालन शुरू करना चाहते हैं, तो ध्यान रखें-सिर्फ नस्ल ही नहीं, उसकी देखभाल भी मायने रखती है. गाय को समय पर खाना, साफ-सुथरा पानी, पर्याप्त रोशनी और आरामदायक जगह मिलना जरूरी है. अगर गाय का खानपान पौष्टिक होगा तो दूध की मात्रा अपने आप बढ़ जाएगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अगर गाय को हर दिन हरा चारा, मिनरल मिक्सचर और नियमित मालिश दी जाए तो उसका दूध उत्पादन 15-20 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है. इसके अलावा, समय पर टीकाकरण और पशु चिकित्सक की जांच गाय की सेहत को बनाए रखती है.