‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान से मजबूत होगी गांवों की अर्थव्यवस्था, किसानों की कमाई में भी इजाफा

अमरेली में हुए 'सहकार से समृद्धि' कार्यक्रम में सीएम भूपेंद्र पटेल और इफको चेयरमैन दिलीप संघाणी ने गुजरात के सहकारी मॉडल की सराहना की. कार्यक्रम में सहकारी संस्थाओं की भूमिका, डिजिटल सुधार, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर जो दिया गया.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 22 Sep, 2025 | 11:06 PM

Gujarat News: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ‘सहकार से समृद्धि’ कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के मार्गदर्शन में सहकारिता को नई दिशा मिली है और इसके लिए एक समर्पित सहकारिता मंत्रालय (Ministry of Cooperation) भी बनाया गया है. उन्होंने कहा कि गुजरात का सहकारी क्षेत्र देश के लिए एक मिसाल बन गया है, जो किसानों, महिलाओं और ग्रामीण समुदायों को सशक्त बना रहा है. उन्होंने त्योहारों के दौरान देशी उत्पादों को प्राथमिकता देने और ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को आगे बढ़ाने का आग्रह किया, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था (Rural economy) मजबूत हो सके और किसानों की कमाई में भी बढ़ोतरी हो.

मुख्यमंत्री पटेल ने अमरेली की सहकारी सफलताओं की सराहना की, खासकर अमर डेयरी की, जो 35,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार  दे रही है. उन्होंने महिलाओं की क्रेडिट सहकारी समितियों को भी सराहा, जो उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बना रही हैं. उन्होंने कहा कि अमरेली जिला केंद्रीय सहकारी बैंक को अटल पेंशन योजना और ग्रामीण समूह बीमा योजना जैसी पहलों के लिए राष्ट्रीय पहचान मिली है. पटेल ने कहा कि अब तक 63,000 से ज्यादा प्राथमिक कृषि क्रेडिट समितियों (PACS) का कंप्यूटरीकरण हो चुका है, जिससे कामकाज में पारदर्शिता बढ़ी है और गांव स्तर तक सशक्तिकरण  हो रहा है. सीएम पटेल पीएम मोदी के ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत वृक्षारोपण कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया, जिससे सहकारिता विकास के साथ सस्टेनेबिलिटी को जोड़ा गया है.

क्या बोले इफको के चेयरमैन दिलीप संघाणी

वहीं, एनसीयूआई और इफको के चेयरमैन दिलीप संघाणी  ने अमरेली की पहल को भारत के सहकारी इतिहास में एक महत्वपूर्ण कदम बताया. उन्होंने कहा कि ‘सहकार से समृद्धि; सिर्फ एक वादा नहीं, बल्कि एक हकीकत है, जिसकी सफलता यहां साफ नजर आती है. संघाणी ने कहा कि अमरेली मॉडल यह दिखाता है कि सहकारी एकता कैसे विकास को तेज करती है और दूसरे राज्यों के लिए उदाहरण बनती है. उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड, किसान आवास ऋण, बीमा योजनाएं और पर्यावरण संरक्षण के साथ कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए नैनो उर्वरकों जैसी पहलों को भी खास तौर पर बताया.

दरअसल, दिलीप संघाणी के दूरदर्शी नेतृत्व और सीएम पटेल के मार्गदर्शन में अमरेली की सहकारी संस्थाओं ने एक समृद्ध और जिम्मेदार प्रणाली का प्रदर्शन किया है, जो आर्थिक प्रगति को सामाजिक जिम्मेदारी के साथ जोड़ती है. यह कार्यक्रम गुजरात को सहकारी क्रांति  में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करता है और पूरे भारत में समावेशी और सतत विकास की नई शुरुआत को प्रेरित करता है.

दिलीप संघाणी के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित

अमरेली की सहकारी संस्थाओं की सालाना बैठक और ‘सहकार से समृद्धि’ कार्यक्रम एनसीयूआई और इफको के अध्यक्ष दिलीप संघाणी के नेतृत्व में आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में अमरेली जिला केंद्रीय सहकारी बैंक, अमर डेयरी, अमरेली जिला सहकारी संघ, सरकारी खरीद-बिक्री संघ और कई अन्य स्थानीय सहकारी संगठन शामिल हुए. साथ ही किसान, पशुपालक, सहकारी सदस्य, सांसद, विधायक और उद्योग के नेता भी मौजूद थे.

 

 

 

 

 

 

 

Published: 22 Sep, 2025 | 10:30 PM

वाइन उत्पादन में सबसे आगे देश कौन सा है?

Poll Results

इटली
0%
जर्मनी
0%
फ्रांस
0%
अमेरिका
0%