फसल नुकसान का जल्द मिलेगा मुआवजा, सरकार ने विशेष गिरदावरी का दिया आदेश..रबी के लिए दिए जाएंगे उन्नत बीज

पटियाला के किसानों के लिए राहत की खबर है. पंजाब सरकार ने फसल नुकसान के आकलन के लिए विशेष गिरदावरी के आदेश दिए हैं. साउदर्न राइस वायरस, फॉल्स स्मट और बाढ़ से धान को नुकसान हुआ है. सरकार ने मुआवजा, DAP खाद और बीज देने का भरोसा दिलाया है.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 22 Sep, 2025 | 01:54 PM

Punjab News: फसल नुकसान मुआवजा का इंतजार कर रहे पटियाला के किसानों के लिए राहतभरी खबर है. पंजाब सरकार ने विशेष गिरदावरी (Special Girdawari) करने का आदेश दिया है, जिसको बहुत जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद धान की फसल को हुए नुकसान का सही आकलन किया जा सकेगा. खास बात यह है कि यह नुकसान साउदर्न राइस ब्लैक स्ट्रिक्ड ड्वार्फ वायरस (Southern Rice Black Streaked Dwarf Virus), फॉल्स स्मट और स्थानीय बाढ़ के कारण हुआ है. किसानों ने सरकार से मांग की है कि इस मुद्दे को प्राथमिकता पर हल किया जाए. पंजाब सरकार ने भरोसा दिलाया है कि प्रभावित किसानों को पूरा मुआवजा दिया जाएगा. साथ ही अगली फसल के लिए किसानों को DAP खाद और उच्च गुणवत्ता वाले बीज भी उपलब्ध कराए जाएंगे.

पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने पटियाला जिले के इचेवाल, रोहटी बस्ता, रोहटी मोहड़ा, रोहटा, लुबाना कर्मू, कैदुपुर और ढंगेरहा सहित कई गांवों का दौरा किया. उनके साथ वरिष्ठ अधिकारी और कृषि विशेषज्ञ भी थे. मंत्री ने कहा कि लगभग 8,000 एकड़ में खड़ी धान की फसल  को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि पहले बाढ़ और अब वायरस से पंजाब के किसान दोहरी मार झेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में पंजाब सरकार इस मुश्किल समय में किसानों के साथ खड़ी है.

इन किस्मों को पहुंचा ज्यादा नुकसान

मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि जिन किसानों ने फसल में भारी निवेश किया है, उन्हें पूरा मुआवजा मिलेगा.  किसानों से यह अपील भी की गई कि जब तक विशेष गिरदावरी पूरी नहीं हो जाती, अपनी धान की फसल को ना जोतें, ताकि नुकसान का सही-सही सर्वे किया जा सके. मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि PR 131, PR 132 और PR 114 जैसी जल्दी 25 जून से पहले बोई गई धान की किस्में सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं. इन पौधों की बढ़त रुक गई है और इनमें दाना नहीं बन रहा है. उन्होंने कहा कि मॉनसून के दौरान भारी बारिश और पानी भराव ने न सिर्फ बाढ़ को बढ़ाया, बल्कि वायरस के फैलाव को भी तेज कर दिया है. कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि खेतों से अतिरिक्त पानी निकालें और जिंक का छिड़काव करें. साथ ही सफेद पीठ वाला पत्ता चूसक कीट  (जो वायरस फैलाता है) को रोकने के लिए कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करें.

रोग से बचाव के लिए इस दवा का करें छिड़काव

फॉल्स स्मट बीमारी से बचाव के लिए पैनिकल निकलने से पहले प्रति एकड़ 500 ग्राम कोसाइड 2000 दवा का छिड़काव  करने की सलाह दी गई है. मंत्री ने दोहराया कि सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. उन्होंने किसानों से अपील की कि वे स्थानीय कृषि अधिकारियों से लगातार संपर्क में रहें और दिए गए सुझावों को जल्द से जल्द अपनाएं. उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि मुआवजे के साथ-साथ, सरकार अगली फसल के लिए DAP खाद और उच्च गुणवत्ता वाले बीज भी उपलब्ध कराएगी, ताकि किसान फिर से अपनी खेती शुरू कर सकें और अगले सीजन के लिए तैयार हो सकें.

बीमारियों को रोकने के लिए बनेगी रणनीति

मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य सिर्फ मौजूदा नुकसान की भरपाई करना नहीं है, बल्कि भविष्य में इस तरह की बीमारियों को रोकने के लिए लंबी अवधि की रणनीतियां बनाना भी है. दौरे के दौरान उनके साथ जिला प्रशासन, कृषि विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारी, साथ ही गांवों के प्रतिनिधि और स्थानीय नेता भी मौजूद थे.

Published: 22 Sep, 2025 | 01:51 PM

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