Punjab News: पंजाब के कपूरथला जिले में धान की खरीद लगभग 1 लाख मीट्रिक टन के करीब पहुंच गई है और यह प्रक्रिया जिला प्रशासन की निगरानी में सुचारू रूप से चल रही है. रविवार तक कुल 85,394 मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी थी, और रोजाना 7,000 से 8,000 मीट्रिक टन धान मंडियों में पहुंच रहा है. अधिकारियों का अनुमान है कि आने वाले 2-3 दिनों में यह आवक और बढ़ सकती है. वहीं, गेहूं के बीज पर 2000 रुपये प्रति क्विंटल सब्सिडी दी जाएगी.
डिप्टी कमिश्नर अमित कुमार पंचाल ने कहा कि प्रशासन की सख्त व्यवस्था की वजह से खरीद प्रक्रिया बिना किसी रुकावट के चल रही है. एसडीएम अधिकारियों, खरीद एजेंसियों, मंडी बोर्ड और फूड सप्लाई विभाग की टीमें लगातार मंडियों का निरीक्षण कर रही हैं, ताकि पारदर्शिता और कार्यकुशलता बनी रहे. उन्होंने बताया कि किसानों को भुगतान भी समय से किया जा रहा है. अब तक 186 करोड़ रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजे जा चुके हैं.
धान कटाई का काम सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच ही करें
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, खरीद एजेंसियों में पनग्रेन ने 28,478 मीट्रिक टन, पंजाब स्टेट सिविल सप्लाइज कॉर्पोरेशन (PUNSUP) ने 19,078 मीट्रिक टन, मार्कफेड ने 29,822 मीट्रिक टन और पंजाब स्टेट वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन ने 7,711 मीट्रिक टन धान खरीदा है. डिप्टी कमिश्नर ने किसानों से अपील की कि वे केवल सूखा धान ही मंडियों में लाएं, ताकि खरीद में कोई देरी न हो. साथ ही, उन्होंने कहा कि किसान कटाई का काम सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच ही करें, जिससे खरीद प्रक्रिया में कोई रुकावट न आए.
गेहूं बीज पर 2000 रुपये कक्विंटल मिलेगी सब्सिडी
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने रबी सीजन 2025–26 के लिए किसानों को गेहूं बीज में सहायता देने के लिए खास इंतजाम किए हैं. मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. जसविंदर सिंह ने कहा कि सरकार की नीति के अनुसार, किसानों को गेहूं बीज पर 2,000 रुपये प्रति क्विंटल की सब्सिडी दी जाएगी. इसके अलावा, बाढ़ प्रभावित किसानों को यह बीज बिल्कुल मुफ्त मिलेगा.
किसान गेहूं बीज सब्सिडी के लिए रजिस्ट्रेशन भी कर सकते हैं
डॉ. सिंह ने कहा कि हर साल की तरह इस बार भी किसान विभाग की आधिकारिक वेबसाइट www.agrimachinarypb.com पर रजिस्ट्रेशन कर के सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं. केवल वही किसान जिन्हें विभाग द्वारा पात्र माना जाएगा, उन्हें यह सब्सिडी मिलेगी. बाढ़ से प्रभावित किसानों की सूची जिला प्रशासन द्वारा तैयार की गई है और उन्हीं को मुफ्त बीज मिलेगा. उन्होंने यह भी कहा कि PUNSEED को बीज वितरण के लिए नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है. सब्सिडी केवल उन्हीं गेहूं किस्मों पर मिलेगी जो पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी द्वारा अनुशंसित हैं.