Radish Farming: सर्दियों का मौसम आते ही बाजार में मूली की मांग बढ़ जाती है. सलाद में मूली खानी हो या मूली के साग का स्वाद लेना हो, लोग अपनी पसंद के अनुसार मूली का इस्तेमाल करते हैं. यही कारण है कि किसान मूली की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. ऐसी ही मूली की एक किस्म है जो कि मॉनसून सीजन में उगाने के लिए बेस्ट है और इसकी खेती से किसान अच्छी पैदावार भी ले सकते हैं. इस किस्म का नाम है मूली पूसा चेतकी (Radish ‘Pusa Chetaki’). इस किस्म की खासियत है कि गर्म जलवायु में भी इसकी ग्रोथ अच्छी होती है और किसानों को अच्छी पैदावार मिलती है. किसान चाहें तो इसके बीज घर बैठे ऑनला मंगवा सकते हैं.
यहां से खरीदें बीज
किसानों को किसी भी तरह की फसल की खेती करने में दिक्कत का सामना न करना पड़े इसके लिए सरकार की तरफ से उन्हें कई तरह की सहूलियतें दी जाती है. इसी कड़ी में राष्ट्रीय बीज निगम (National Seed Corporation) मूली की किस्म पूस चेतकी के 250 ग्राम बीज का पैकेट 20 फीसदी छूट के साथ मात्र 200 रुपये में उपलब्ध करा रहा है.

NSC से खरीदें बीज (Photo Credit- NSC)
मूली पूसा चेतकी की खासियत
पूसा चेतकी मूली की एक देसी और लोकप्रिय किस्म है जो कि ठंडे मौसम में उगने के साथ-साथ ज्यादा तापमान को भी सहन कर सकती है. इस किस्म की मूली की जड़ें मध्यम लंबी, ठूंठदार और शुद्ध सफेद रंग की होती हैं. खाने में मूली की ये किस्म हल्की तीखी और कुरकुरी होती है. इस किस्म की एक खासियत ये भी है कि इसे घर में भी आसानी से किसी गमले या कंटेनर (Home Gardening) में भी उगाया जा सकता है.
ऑनलाइन ऑर्डर करें बीज
- मूली पूसा चेतकी किस्म के बीज खरीदने के लिए राष्ट्रीय बीज निगम की आधिकारिक ई-कॉमर्स वेबसाइट ONDC के तहत mystore.in पर जाएं.
- मूली पूसा चेतकी के 250 ग्राम बीज के पैकेट पर क्लिक करें.
- अगली स्क्रीन पर आपको चेकआउट ‘Checkout’ का ऑप्शन दिखेगा, उसपर क्लिक करें.
- इसके बाद आपको अपना रजिसटर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा, जिसके बाद आपके पास एक ओटीपी (OTP) आएगा.
- ओटीपी भरने के बाद अपने घर का पता देकर ऑर्डर पूरा करें
250 क्वविंटल तक पैदावार
मूली की पूसा चेतकी किस्म बुवाई के 40 से 50 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है. बात करें इस किस्म से मिलने वाली पैदावार की तो इसकी प्रति हेक्टेयर फसल से किसानों को 200 से 250 क्विंटल तक पैदावार मिल सकती है. बाजार में ज्यादा मांग होने के कारण किसानों को इसकी खेती से अच्छा मुनाफा मिलता है. इसके अलावा फसल जल्दी तैयार होने के कारण किसान एक ही मौसम में अन्य फसलों की खेती भी कर लेते हैं.