सर्दियों में पौधों की सबसे बड़ी दुश्मन-ठंड, कोहरा और पाला! ये तरीके बचाव में करेंगे आपकी मदद

सर्दी की ठंड मिट्टी को देर तक गीला रखती है. अगर इस मौसम में ज्यादा पानी दिया जाए, तो मिट्टी में पानी भर जाता है और जड़ें सड़ने लगती हैं. इसलिए पानी तभी दें जब मिट्टी की ऊपरी परत अच्छी तरह सूख जाए.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 27 Nov, 2025 | 02:08 PM

जैसे ही सर्दियों की ठंडी हवा चलने लगती है, हमारी बालकनी या बगीचे के पौधों के लिए यह मौसम किसी परीक्षा से कम नहीं होता. ठंड, कोहरा, ओस और पाला, ये चारों मिलकर पौधों की जड़ों, पत्तियों और पूरे विकास पर असर डालते हैं. कई बार अच्छे-खासे स्वस्थ पौधे अचानक मुरझाने लगते हैं. ऐसे में पौधों को थोड़ी अतिरिक्त देखभाल और थोड़े स्मार्ट उपायों की जरूरत होती है, ताकि वे सर्दियों में भी सुरक्षित और तंदरुस्त बने रहें.

ठंडी मिट्टी से जड़ों को बचाना जरूरी है

सर्दी में तापमान गिरते ही मिट्टी जल्दी ठंडी हो जाती है. ठंडी मिट्टी पौधे की जड़ों की ग्रोथ रोक देती है और कई बार जड़ें जम भी जाती हैं. ऐसे में ‘मल्चिंग’ एक बेहतरीन उपाय है. पौधों के आसपास सूखी पत्तियां, भूसा या लकड़ी का बुरादा बिछाने से मिट्टी गर्म रहती है, नमी बनी रहती है और पौधे ठंड के नुकसान से बच जाते हैं. यह बिल्कुल ऐसे है जैसे सर्दियों में हम खुद को कंबल से ढक लेते हैं, बस पौधों के लिए कंबल की जगह मल्च होता है.

सर्दियों में पानी कम दें, लेकिन सोचकर दें

सर्दी की ठंड मिट्टी को देर तक गीला रखती है. अगर इस मौसम में ज्यादा पानी दिया जाए, तो मिट्टी में पानी भर जाता है और जड़ें सड़ने लगती हैं. इसलिए पानी तभी दें जब मिट्टी की ऊपरी परत अच्छी तरह सूख जाए. उंगली से मिट्टी को महसूस करना या एक पतली लकड़ी की स्टिक लगाकर नमी चेक करना सही तरीका है. पौधों को इस मौसम में कम लेकिन सही समय पर पानी देना ही फायदेमंद होता है.

मुरझाई पत्तियों को हटाकर पौधों में नई जान भरें

ठंडी हवा पत्तियों को जल्दी सुखा देती है. सूखी या पीली पत्तियां पौधे की ऊर्जा खींचती रहती हैं, जिससे नई पत्तियां निकलने में मुश्किल होती है. ऐसे में हल्की-फुल्की ‘प्रूनिंग’ यानी काट-छांट करना जरूरी है. सूखी पत्तियां और कमजोर टहनियां हटाने से पौधा अपनी ऊर्जा नई पत्तियों और फूलों पर लगा पाता है और ठंड के बावजूद ताजा दिखता है.

कड़े पाले से बचाने के लिए पौधों को अंदर ले आएं

जनवरी जैसी कड़क ठंड में पौधों को घर के अंदर लाना सबसे बेहतर उपाय है. ऐसे पौधे जो गमलों में लगे हों, उन्हें धूप वाली खिड़की या किसी रोशन जगह पर रखें. सुबह की हल्की धूप उन्हें गर्मी देती है और साथ ही पाले की मार से भी बचाती है. इनडोर शिफ्टिंग से पौधे ठंड के तेवरों से सुरक्षित रहते हैं.

बड़े पौधों को ठंड से ढककर बचाएं

जमीन में लगे बड़े पौधों को अंदर नहीं लाया जा सकता, लेकिन इन्हें ढककर आसानी से सुरक्षित किया जा सकता है. इसके लिए फैब्रिक कवर, जुनी चादर, गार्डनिंग नेट या कार्डबोर्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है. रात में पौधों को ढकें और सुबह धूप निकलते ही कवर हटा दें, ताकि पौधे हवा ले सकें और धूप से गर्मी पा सकें.

पौधों को रोशनी में रखें

सर्दियों की धूप भले ही कम हो, लेकिन यह पौधों के लिए सोने के बराबर होती है. कोशिश करें कि पौधों को रोज 3 से 4 घंटे की धूप मिले. अगर घर में सीधे धूप नहीं आती, तो पौधों को कुछ दिनों के लिए बालकनी या छत पर रखा जा सकता है. धूप पौधे की ऊर्जा बढ़ाती है और ठंड से होने वाले नुकसान को कम करती है.

खाद कम दें, लेकिन पौष्टिक दें

सर्दियों में पौधों की ग्रोथ धीमी हो जाती है. ऐसे में बहुत ज्यादा खाद देने से फायदा नहीं होता, बल्कि पौधा कमजोर भी पड़ सकता है. इस मौसम में कम मात्रा में ऑर्गेनिक खाद पौधे के लिए ज्यादा फायदेमंद होती है. जैसे-जैसे मौसम गर्म होने लगता है, फिर से नियमित खाद देना शुरू कर सकते हैं.

 

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