French Bean Farming: आज के समय में किसान आमदनी बढ़ाने के लिए पारंपरिक फसलों के साथ-साथ व्यावसायिक फसलों की खेती भी करने लगे हैं. ऐसी बहुत सी पारंपरिक फसलें जो अपनी बढ़ती मांग के कारण आज व्यावसायिक फसल भी बन गईं हैं और किसानों के लिए इनकी खेती मुनाफे का सौदा भी साबित हो रही है. ऐसी ही एक फसल है लोबिया की जिसे अंग्रेजी में फ्रेंच बीन (French Bean) कहते हैं. कोई किसान अगर कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाने वाली फसल की तलाश में हैं तो बीन्स की खेती एक अच्छा विकल्प हो सकती है. खास बात ये है कि अक्टूबर का महीने बीन्स की खेती के लिए बेस्ट समय है.
मिट्टी और खेत की तैयारी
फ्रेंचबीन की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली हल्की दोमट या रेतीली दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है. इसकी खेती के लिए सबसे पहले खेत की अच्छे से 3 से 4 बार गहरी जुताई करें ताकि, मिट्टी भुरभुरी हो सके और खरपतवरा नष्ट हो सकें. मिट्टी की तैयारी करते समय 8 से 10 टन सड़ी हुई गोबर की खाद प्रति एकड़ दर से मिलाएं. जुताई करने के बाद खेत को पाटा या रोटावेटर चलाकर समतल कर लें ताकि खेत में पानी जमा न हो.
बीज बुवाई की विधि
फ्रेंच बीन्स की निचली किस्म की खेती करने के लिए प्रति एकड़ फसल के लिए 8 से 10 किलोग्राम बीजों की जरूरत पड़ती है जबकि बेलदार किस्म की प्रति एकड़ फसल के लिए 4 से 5 किलोग्राम बीजों की जरूरत होती है. किसानों को सलाह दी जाती है कि वे बुवाई से पहले बीजों का कार्बेन्डाजिम जैसी फफूंदनाशक दवा से उपचार जरूर करें. इसकी बुवाई के लिए कतार से कतार के बीच की दूरी 45 से 60 सेंटीमीटर वहीं पौधों के पौधों के बीच की दूरी 10 से 15 सेंटीमीटर होनी चाहिए.
सिंचाई का रखें खास खयाल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीन्स की फसल को बुवाई के तुरंत बाद पहली सिंचाई की जरूरत होती है. पहली सिंचाई के बाद फसल को हर 7 से 10 दिन के अंतर पर पानी दें. किसानों को इस बात का खास खयाल रखना होगा कि फसल में फूल आने के समय पानी की कमी न होने दें. लेकिन फसल को जरूरत से ज्यादा पानी न दें, ऐसा होने की स्थिति में पौधों की जड़ें सड़ सकती हैं और फसल चौपट हो सकती है.

फ्रेंचबीन की खेती से लाखों की कमाई (Photo Credit- Canva)
फसल कटाई और पैदावार
फ्रेंच बीन की फसल बुवाई के करीब 40 से 50 दिन बाद पहली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है. बता दें कि, जब फलियां कोमल, हरी और बिना दाने वाले फूले हुई अवस्था में ही तोड़ें और पहली तुड़ाई के बाद हर 3 से 4 दिन के अंतर पर नियमित रूप से तुड़ाई करें. देर से तुड़ाई करने पर फली सख्त हो जाती है और बाजार में उसकी कीमत भी कम मिलती है. बात करें इससे होने वाली पैदावार की तो इसकी प्रति हेक्टेयर फसल से 100 क्विंटल तक उपज ले सकते हैं.
4 लाख तक हो सकती है कमाई
फ्रेंचबीन की खेती से होने वाली कमाई की बात करें तो इसकी खेती करने वाले किसानों को मात्र 6 महीने में लाखों की कमाई हो सकती है. बता दें कि, बाजार में फ्रेंचबीन की बाजार में कीमत 30 रुपये प्रति किलोग्राम से 80 रुपये प्रति किलोग्राम तक होती है. अगर किसी किसान को फ्रेंचबीन की प्रति एकड़ फसल से 70 से 80 क्विंटल तक हरी फलियां मिलती हैं. इस हिसाब से किसान एक सीजन में यानी 6 महीने के समय में 2 से 4 लाख रुपय तक की कमाई कर सकते हैं.