सालभर डिमांड में रहने वाला नींबू, कम लागत में खेती कर किसान हासिल करें बंपर मुनाफा

नींबू की खेती किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है. सही मिट्टी, पौध रोपण, सिंचाई और रोग नियंत्रण से उत्पादन बढ़ता है और मुनाफा भी अधिक मिलता है.

Kisan India
नोएडा | Published: 13 Oct, 2025 | 09:00 AM

अगर आप खेती से अच्छी आमदनी कमाना चाहते हैं तो नींबू की खेती एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है. नींबू की मांग पूरे साल बनी रहती है और इसका इस्तेमाल घर से लेकर होटल, रेस्टोरेंट और उद्योग तक हर जगह होता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर किसान कुछ बातों का ध्यान रखें तो नींबू की खेती से बंपर पैदावार और अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.

मिट्टी और जल निकास

नींबू की खेती  के लिए दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त  मानी जाती है. मिट्टी का पीएच स्तर 6 से 7 के बीच होना चाहिए. खेत में पानी का निकास सही होना जरूरी है, क्योंकि पानी जमा होने से पौधों की जड़ें सड़ सकती हैं. इससे पौधों की वृद्धि रुक सकती है और उत्पादन कम हो सकता है.

जलवायु और तापमान

नींबू का पौधा गर्म और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में अच्छा उगता है. इसके लिए 25 से 35 डिग्री सेल्सियस तापमान सबसे अनुकूल है. ज्यादा ठंड या पाले से पौधों को नुकसान हो सकता है. ठंड के मौसम में पौधों को ढकने या सिंचाई से बचाव  करना चाहिए. इस तरह मौसम के प्रभाव से नुकसान कम होगा और उत्पादन बेहतर होगा.

पौध रोपण का सही समय

नींबू के पौधों की रोपाई जून-जुलाई या फरवरी-मार्च में की जा सकती है. लेकिन इसे पूरे साल भी लगाया जा सकता है. पौध लगाते समय 6×6 मीटर की दूरी रखना जरूरी है ताकि हर पौधे को पर्याप्त धूप और हवा मिल सके. अच्छी गुणवत्ता वाले पौधे हमेशा विश्वसनीय नर्सरी से ही खरीदें. इससे बीमारी का खतरा कम होता है और पौधे जल्दी बढ़ते हैं.

सिंचाई और खाद

नींबू के पौधों को नियमित पानी की जरूरत होती है. गर्मियों में 7-10 दिन और सर्दियों में 15-20 दिन के अंतर पर सिंचाई करें. जैविक खाद जैसे गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट का इस्तेमाल पौधों की अच्छी वृद्धि के लिए लाभदायक है. इसके साथ ही साल में दो बार एनपीके खाद देना चाहिए. यह पौधों की मजबूती और उपज दोनों बढ़ाता है.

रोग और कीट नियंत्रण

नींबू के पौधों में अक्सर फफूंदी या कीट का प्रकोप देखा जाता है. इससे बचाव के लिए जैविक कीटनाशक या नीम का तेल छिड़कना चाहिए. पौधों की पत्तियों और फलों की नियमित जांच करें ताकि बीमारी शुरू होने पर ही उसे रोका जा सके. समय पर देखभाल से उत्पादन अच्छा और पौध स्वस्थ रहता है.

उत्पादन और मुनाफा

एक नींबू का पौधा दूसरे साल से फल देना शुरू कर देता है. एक हेक्टेयर में लगभग 300-400 पौधे लगाए जा सकते हैं. यदि देखभाल सही तरीके से की जाए तो उत्पादन 150-200 क्विंटल तक हो सकता है. बाजार में नींबू की कीमत खासकर गर्मियों में अच्छी रहती है, और दाम कभी-कभी दोगुने तक हो जाते हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नींबू की खेती से किसान प्रति हेक्टेयर 2-3 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं.

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Published: 13 Oct, 2025 | 09:00 AM

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