Bihar News: बिहार सरकार ने पशुओं की सेहत को ध्यान में रखते हुए एक अहम कदम उठाया है. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, पशुपालन निदेशालय, बिहार सरकार की ओर से ब्रुसेलोसिस रोग से बचाव के लिए पूरे राज्य में एक विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. यह टीकाकरण अभियान 19 सितम्बर 2025 को सुबह 8 बजे से राज्यभर में शुरू हुआ. इसके तहत 4 से 8 माह की उम्र की सभी बछड़े को मुफ्त टीका लगाया जा रहा है. सरकार का उद्देश्य है कि इस खतरनाक रोग से पशुओं को बचाकर किसानों की आजीविका को सुरक्षित किया जाए.
क्या है ब्रुसेलोसिस और क्यों जरूरी है इसका टीकाकरण
ब्रुसेलोसिस एक संक्रामक रोग है जो गाय, भैंस और अन्य दुधारू पशुओं में पाया जाता है. इस बीमारी से प्रभावित पशुओं में गर्भपात, दूध की कमी और प्रजनन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इससे किसानों को आर्थिक नुकसान होता है. यह रोग इंसानों में भी फैल सकता है, खासकर उन लोगों में जो पशुओं के संपर्क में रहते हैं. इसलिए इस रोग का समय पर टीकाकरण पशु और मानव दोनों की सुरक्षा के लिए जरूरी है.
घर-घर जाकर हो रहा है फ्री टीकाकरण
इस अभियान की सबसे खास बात यह है कि पशु चिकित्सकों और प्रशिक्षित टीकाकर्मियों की टीम गांव-गांव जाकर पशुपालकों के घर पर ही टीका लगा रही है. इसके लिए किसी को कहीं जाने की जरूरत नहीं है. टीकाकरण पूरी तरह मुफ्त है और इसका सारा खर्च सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है. किसान भाइयों को सिर्फ अपने पशुओं की जानकारी देना है और टीकाकरण के लिए उन्हें तैयार रखना है.
पैसे की मांग पर तुरंत करें शिकायत
सरकार ने साफ निर्देश दिए हैं कि यह टीकाकरण पूरी तरह फ्री है और किसी भी टीकाकर्मी द्वारा पैसे की मांग करना गैरकानूनी है. अगर किसी गांव में टीकाकरण नहीं हो रहा हो या पैसे की मांग की जा रही हो, तो पशुपालक तुरंत शिकायत कर सकते हैं. इसके लिए पशुपालन निदेशालय, बिहार, पटना द्वारा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है.
ब्रुसेलोसिस रोग से बचाव हेतु अपने पशुओं को टीका ज़रूर लगवाएं।निःशुल्क टीकाकरण अभियान आज से शुरू हो गया है।@IPRDBihar@Dept_of_AHD@Agribih@HorticultureBih@renu_bjp@vijayaias#comfed#dairy#pashupalak#fish#fisheries #BiharAnimalAndFisheriesResourcesDept pic.twitter.com/cLeyJbZBYx
— Animal & Fisheries Resources Dept., Bihar (@BiharAFRD) September 19, 2025
सरकार की कोशिश-स्वस्थ पशु, मजबूत किसान
बिहार सरकार का यह प्रयास किसानों और पशुपालकों की आय बढ़ाने और उनके पशुओं को बीमारियों से बचाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. जब पशु स्वस्थ रहेंगे, तभी दूध का उत्पादन बढ़ेगा, जिससे किसान आत्मनिर्भर बनेंगे. राष्ट्रीय पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत ऐसे कई अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि पशुपालन को सुरक्षित और लाभकारी व्यवसाय बनाया जा सके.
जनता से अपील-इस अभियान को सफल बनाएं
सरकार ने सभी पशुपालकों से अपील की है कि वे इस अभियान में सहयोग करें. 4 से 8 महीने की बाछियों और पड़ियों को टीका लगवाना अनिवार्य है ताकि आगे चलकर बीमारी का कोई खतरा न हो. पशुपालकों को चाहिए कि वे टीकाकर्मी जब आएं तो पशुओं को पकड़कर तैयार रखें, और किसी भी जानकारी के लिए स्थानीय पशु चिकित्सा पदाधिकारी या टीकाकर्मी से संपर्क करें.