पशु का दूध उत्पादन बढ़ाना अब आसान, बस इन 5 घरेलू उपायों से बदल जाएगी पूरी कमाई!

दुधारू पशुओं से ज्यादा दूध पाने के लिए किसानों को कुछ सरल बातों का ध्यान रखना जरूरी है. साफ-सफाई, संतुलित आहार और सही देखभाल से दूध उत्पादन तेजी से बढ़ाया जा सकता है. ये तरीके हर पशुपालक के लिए उपयोगी हैं.

Kisan India
नोएडा | Published: 26 Oct, 2025 | 10:21 PM

Milk Production : पशुपालन सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि किसानों के लिए कमाई का भरोसेमंद साधन बन चुका है. आज के समय में हर किसान चाहता है कि उसका दुधारू पशु ज्यादा से ज्यादा दूध दे. लेकिन क्या सिर्फ अच्छे नस्ल के पशु से ही दूध उत्पादन बढ़ाया जा सकता है? बिल्कुल नहीं, अगर किसान कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखे तो साधारण पशु से भी अधिक दूध प्राप्त किया जा सकता है. आइए जानते हैं वो 5 अहम बातें जो दूध उत्पादन को दोगुना करने में मदद करती हैं.

साफ-सफाई और स्वास्थ्य जांच का रखें पूरा ध्यान

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पशु की सफाई  उसके अच्छे स्वास्थ्य की पहली शर्त है. किसान को रोजाना पशुशाला की सफाई करनी चाहिए ताकि मक्खी, मच्छर या कीड़े न पनपें. पशु को ताजा पानी और स्वच्छ चारा देना जरूरी है. हर 6 महीने में पशु का स्वास्थ्य परीक्षण करवाएं और टीकाकरण समय पर कराएं. अगर पशु बीमार रहता है तो दूध उत्पादन अपने आप घट जाता है, इसलिए पशु की नियमित देखभाल बहुत जरूरी है.

संतुलित आहार से बढ़ेगा दूध उत्पादन

जैसे इंसान को स्वस्थ रहने के लिए संतुलित भोजन चाहिए, वैसे ही दुधारू पशु  को भी. पशु के आहार में प्रोटीन, फाइबर और मिनरल की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए. किसान अपने पशु को दाल, तिलहन की खली, मक्का, बाजरा और ज्वार खिलाएं. ये खाद्य पदार्थ दूध की मात्रा और गुणवत्ता दोनों बढ़ाते हैं. इसके साथ ही, चारे में हरा घास जरूर शामिल करें क्योंकि यह दूध में वसा और पोषण दोनों को बढ़ाता है.

मौसम के अनुसार रखें विशेष देखभाल

गर्मी और सर्दी दोनों ही मौसम दुधारू पशुओं के लिए चुनौती भरे होते हैं. गर्मियों में पशु  को ठंडा पानी पिलाएं और दिन में एक बार नहलाएं ताकि मक्खियों और परजीवियों से राहत मिले. सर्दियों में पशु को ठंड से बचाने के लिए मोटे कपड़े या बोरी से ढकें. पशु को हमेशा छायादार जगह में रखें और जहां हवा का अच्छा आवागमन हो. ऐसा करने से पशु आराम महसूस करेगा और दूध उत्पादन में तेजी आएगी.

वसा की पूर्ति के लिए खली और तिलहन जरूरी

अगर दूध की मात्रा बढ़ानी है, तो पशु के आहार में वसा की पूर्ति भी जरूरी है. किसान को दाने में सरसों की खली, तिल की खली, मूंगफली की खली या अलसी की खली शामिल करनी चाहिए. ये पदार्थ न केवल दूध की मात्रा बढ़ाते हैं, बल्कि उसमें मलाई और गाढ़ापन भी लाते हैं. पशु के शरीर  में ऊर्जा बनी रहती है और वह लंबे समय तक स्वस्थ रहता है.

खनिज और विटामिन्स बनेंगे दूध उत्पादन के साथी

कई बार किसान अच्छा चारा तो देते हैं लेकिन खनिज और विटामिन्स पर ध्यान नहीं देते. यही गलती दूध उत्पादन घटा देती है. पशु के दाने में खनिज मिश्रण  (Mineral Mixture) और विटामिन्स मिलाकर देना चाहिए. साथ ही गेहूं का दलिया और चोकर दूध की गुणवत्ता सुधारने में मदद करते हैं. इनसे पशु की पाचन क्रिया बेहतर होती है और दूध उत्पादन लगातार बढ़ता है.

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Published: 26 Oct, 2025 | 10:21 PM

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