Banni Buffalo : आज के समय में दूध की बढ़ती मांग ने डेयरी बिजनेस को जबरदस्त मुनाफे वाला काम बना दिया है. गांव ही नहीं, अब शहरों में भी लोग गाय-भैंस पालन से अच्छी कमाई कर रहे हैं. लेकिन डेयरी में सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस नस्ल के पशु पाल रहे हैं. अगर आप कम खर्च में ज्यादा मुनाफा चाहते हैं, तो भैंस की बन्नी नस्ल आपके लिए बेहतरीन विकल्प बन सकती है. यह नस्ल ज्यादा दूध, मजबूत शरीर और कम बीमार पड़ने की क्षमता के लिए जानी जाती है.
डेयरी व्यवसाय के लिए क्यों खास है बन्नी भैंस?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बन्नी नस्ल की भैंस मुख्य रूप से गुजरात में पाई जाती है. कच्छ जिले में इसकी संख्या ज्यादा होने के कारण इसे कई लोग कच्छी भैंस भी कहते हैं. इस नस्ल का नाम वहां की चरवाहा समुदाय से जुड़ा है, जो लंबे समय से इसका पालन करते आ रहे हैं. माना जाता है कि इसकी उत्पत्ति पाकिस्तान के सिंध क्षेत्र से हुई है. यह भैंस कठिन मौसम, कम पानी और सूखे जैसी परिस्थितियों में भी आसानी से जीवित रह सकती है. यही वजह है कि डेयरी व्यवसाय (Dairy Business) के लिए इसे एक भरोसेमंद नस्ल माना जाता है.
बन्नी भैंस की पहचान और खास विशेषताएं
बन्नी भैंस का आकार मध्यम से बड़ा होता है और इसके शरीर पर बाल अपेक्षाकृत ज्यादा होते हैं. इसकी त्वचा पतली और मुलायम होती है, माथा लंबा और सींग मुड़े हुए होते हैं. शरीर की लंबाई लगभग 150 से 160 सेंटीमीटर तक होती है, जबकि पूंछ 85 से 90 सेंटीमीटर लंबी होती है. रंग आमतौर पर काला होता है, लेकिन कुछ भैंसें हल्के भूरे रंग की भी देखने को मिलती हैं. नर भैंसे का वजन करीब 525 से 560 किलो और मादा भैंस का वजन 475 से 575 किलो तक हो सकता है.
दूध उत्पादन में है जबरदस्त
दूध उत्पादन के मामले में बन्नी भैंस काफी आगे है. एक ब्यांत में यह भैंस करीब 6000 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है. सही देखभाल और पोषण मिलने पर यह रोजाना 20 लीटर तक दूध दे सकती है. इसके दूध में फैट की मात्रा भी अच्छी होती है, जिससे डेयरी कंपनियों से बेहतर दाम मिलते हैं. यही कारण है कि डेयरी किसान इस नस्ल को तेजी से अपना रहे हैं.
कीमत और पालने का फायदा
ज्यादा दूध देने की वजह से बन्नी भैंस की बाजार में अच्छी मांग रहती है. इसी कारण इसकी कीमत भी सामान्य भैंसों से ज्यादा होती है. बाजार में एक अच्छी नस्ल की बन्नी भैंस की कीमत लगभग 1 लाख से 3 लाख रुपये तक हो सकती है. हालांकि शुरुआती लागत थोड़ी ज्यादा लगती है, लेकिन ज्यादा दूध और कम बीमारी की वजह से यह लागत जल्दी निकल आती है. लंबे समय में यह भैंस डेयरी किसानों को शानदार मुनाफा दिला सकती है.