Odisha News: मेंथा तूफान ने ओडिशा में भारी तबाही मचाई है. इससे किसानों को बहुत नुकसान पहुंचा है. खास कर कोरापुट जिले में फसलों की बर्बादी कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रही है. ऐसे में आलू किसानों की चिंता बढ़ गई है. कहा जा रहा है कि मेंथा तूफान के चलते खेतों में बहुत अधिक पानी भर गया है. ऐसे में आलू की फसलें सड़ रही हैं. हालांकि, जल्द ही आलू की खुदाई शुरू होने वाली थी. ऐसे में आलू किसानों को आर्थिक नुकसान का भय सता रहा है.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जिले के कोरापुट, दशमंतपुर, नंदापुर, बंधुगांव, नारायणपटना, लामतापुत, सेमिलिगुडा, पोटांगी और लक्ष्मीपुर ब्लॉकों में करीब 3,500 हेक्टेयर में खरीफ सीजन की आलू की खेती की गई थी. अक्टूबर में फसल कटाई के लिए तैयार थी, लेकिन पिछले हफ्ते लगातार हुई बारिश से कई खेतों में पानी भर गया है. किसानों का कहना है कि पानी भरे रहने से वे आलू की खुदाई नहीं कर पा रहे हैं, जबकि कटाई का समय निकल चुका है.
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भारी बारिश से खेतों में पानी भर गया
कोरापुट कृषक कल्याण मंच के संयोजक नरेन्द्र प्रधान ने कहा कि आमतौर पर किसान आलू जैसी जड़ फसलों की खुदाई तब करते हैं जब मौसम सूखा हो और मिट्टी में नमी कम हो. लेकिन चक्रवात के कारण हुई भारी बारिश से खेतों में पानी भर गया है, जिससे खुदाई असंभव हो गई है. किसानों को अब फसल की गुणवत्ता और पैदावार घटने का डर है.
किसानों को दी गई ये सलाह
इस सीजन में कोरापुट जिले के करीब 3,000 किसानों ने ओडिशा स्टेट सीड्स कॉरपोरेशन से सब्सिडी दर पर आलू के बीज खरीदे थे. इसी बीच कोरापुट उद्यान विभाग के उप निदेशक कार्यालय ने सभी ब्लॉक स्तर के उद्यान अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे आलू की कटाई की निगरानी करें. उन्हें किसानों को यह सलाह देने को कहा गया है कि वे अपने खेतों से पानी निकाल दें और मिट्टी को सूखने दें, उसके बाद ही आलू की खुदाई करें.
क्या कहते हैं कृषि उप निदेशक
कृषि उप निदेशक, कोरापुट सुदाम चरण बिस्वाल ने कहा कि बारिश से कुछ फसल प्रभावित जरूर हुई है, लेकिन कुल मिलाकर फसल की स्थिति अच्छी है और उत्पादकता पर असर पड़ने की संभावना बहुत कम है. उन्होंने कहा कि हमें कोरापुट ब्लॉक के कुछ इलाकों से पानी भरने की रिपोर्ट मिली है, लेकिन चक्रवात के कारण किसी तरह की फसल क्षति दर्ज नहीं की गई. कुल मिलाकर, फसल की स्थिति सामान्य है और हमें इस खरीफ सीजन में सामान्य आलू उत्पादन की उम्मीद है.