Rose Cultivation: अक्टूबर का महीना बीतने को है. दो दिन बाद नवंबर महीने की शुरुआत हो जाएगी. इसके साथ ही सर्दी का असर भी धीरे-धीरे दिखने लगेगा. भले ही आम लोगों को सर्दी से परेशानी होगी, लेकिन बागवानी करने वाले किसानों के लिए यह मौसम किसी वरदान से कम नहीं है. क्योंकि नवंबर से फूलों की खेती शुरू हो जाती है, जो जनवरी तक जारी रहती है. इस दौन अगर फूलों की रोपाई करते हैं तो पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है. खास बात यह है कि यह समय गुलाब के पौधों के लिए बहुत ही उपयुक्त माना गया है. अगर किसान गुलाब की खेती करते हैं, तो बंपर कमाई होगी. लेकिन इसके लिए गुलाब की उन्नत किस्मों का चुनाव करना होगा.
दरअसल, गुलाब ऐसा फूल है, जिसकी मार्केट में हमेशा डिमांड रहती है. इसका इस्तेमाल सिर्फ सजावट और खुशबू के लिए ही नहीं, बल्कि गुलाब जल, इत्र, गुलकंद और कई तरह की औषधियों के निर्माण में भी किया जाता है. खासकर शादियों के दौरान सवाजट के लिए इसकी मांग और बढ़ जाती है. इसी वजह से किसानों को इस फसल से अच्छा मुनाफा मिलता है.
ये हैं गुलाब की उन्नत किस्में
अल्बा गुलाब: गुलाब की किस्मों की बात करें तो ‘अल्बा गुलाब’ एक बेहतरीन वैराइटी मानी जाती है. इसकी खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त रहती है, जिसमें जल निकास अच्छा हो और जैविक पदार्थों की पर्याप्त मात्रा मौजूदगी होती है. एक हेक्टेयर जमीन में करीब 15,000 से 18,000 पौधे लगाए जा सकते हैं. अगर सही देखभाल और सिंचाई की जाए, तो किसान प्रति हेक्टेयर 3 से 4 लाख रुपये तक की आमदनी कमा सकते हैं.
क्लाइम्बिंग गुलाब: इसी तरह क्लाइम्बिंग गुलाब भी एक उन्नत किस्म है. इसकी रोपाई अक्टूबर से फरवरी के बीच की जाती है. पौधों के बीच 1.5 से 2 मीटर की दूरी रखनी चाहिए. इसकी लताएं 3 से 6 मीटर या इससे भी लंबी हो सकती हैं. फूल एकल या गुच्छों में खिलते हैं. यह किस्म सर्दी और हल्की गर्मी दोनों मौसमों में अच्छी तरह बढ़ती है. यह बगीचों की दीवारों, मेहराबों या फेंस को सजाने के लिए बेहद लोकप्रिय है.
हाइब्रिड टी गुलाब: हाइब्रिड टी गुलाब सबसे लोकप्रिय और आकर्षक किस्म है. इसके फूल बड़े, खूबसूरत और लंबे डंठल वाले होते हैं, जिनकी मांग इत्र, सजावट और गुलदस्तों के लिए बहुत अधिक रहती है. इसकी रोपाई का सही समय अक्टूबर से जनवरी का महीना है. एक हेक्टेयर में लगभग 18,000 पौधे लगाए जा सकते हैं, जिससे 4.5 से 6 टन फूल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन होता है. इसकी कीमत 200 से 300 प्रति किलोग्राम तक होती है. यानी किसान इससे भी 3 से 4 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर तक की आमदनी हासिल कर सकते हैं.
फ्लोरिबंडा गुलाब: इसी तरह फ्लोरिबंडा एक आधुनिक और लोकप्रिय किस्म है, जो अपने गुच्छेदार लंबे समय तक खिलने वाले फूलों के लिए जानी जाती है. यह देश के अधिक इलाकों में उगाई जा सकती है, जहां तापमान 15°C से 30°C के बीच रहता है. एक हेक्टेयर में करीब 15,000 पौधे लगाए जा सकते हैं, जिससे 5 से 7 टन फूल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन मिलता है. बाजार में इनकी कीमत लगभग 150 से 250 प्रति किलोग्राम होती है. किसान इस किस्म से 2.5 से 3.5 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर तक की आमदनी कमा सकते हैं.