एक ही शेड में बकरी और मुर्गी पालन कर किसान कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं. इसमें चारा, देखरेख और जगह साझा होने से खर्च घटता है और आय बढ़ती है.
मिश्रित मछली पालन में एक ही तालाब में कई प्रजातियों की मछलियां पालकर किसान लाखों की कमाई कर रहे हैं. सही तकनीक और देखरेख से सालाना लाखों रुपये तक की आय हो सकती है.
गाय-भैंस का दूध बढ़ाने के लिए देसी नुस्खे कारगर हैं. सरसों तेल-गेहूं आटे का मिश्रण, लोबिया घास और घरेलू औषधि जैसे उपाय अपनाकर किसान कम खर्च में 7 दिन में फर्क देख सकते हैं.
ब्रॉयलर पालन से मुनाफा पाने के लिए अच्छी नस्ल, संतुलित आहार, बीमारी से बचाव और सही प्रबंधन जरूरी है. क्योंकि बाजार व्यवस्था मजबूत हो तो कमाई अच्छी होगी.
बकरीपालन में अगर हॉल की बनावट में लापरवाही की गई तो मीथेन गैस जमा होकर बकरियों की सेहत पर असर डाल सकती है. सही वेंटिलेशन और कच्चे फर्श से इस खतरे से बचाव संभव है.
जैसे ही गर्मी बढ़ती है, तालाबों की मछलियों पर बीमारी का खतरा मंडराने लगता है. जानें कैसे पौष्टिक आहार, साफ पानी और ऑक्सीजन स्तर बनाए रखकर मछलियों को बीमारियों से बचा सकते हैं.