Dairy Farming: मवेशियों में दूध की कमी, कमजोरी और प्रजनन समस्या का समाधान सही आहार से संभव है. हरा चारा पशुओं की सेहत सुधारने में अहम भूमिका निभाता है. यह उपाय सस्ता, आसान और हर पशुपालक के लिए लाभकारी माना जा रहा है.
Fish Farming: बिहार के खगड़िया जिला, जो कभी बाढ़ और बेरोजगारी के लिए जाना जाता था, अब मछली उत्पादन में नई पहचान बना रहा है. सरकारी योजनाओं, आधुनिक तकनीक और किसानों की मेहनत से रोजगार बढ़ा है. मछली पालन ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया और जिले की अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है.
पानी में उगने वाला एजोला किसानों के लिए सस्ता और मजबूत चारा साबित हो रहा है. यह पौधा गाय-भैंसों का दूध तेजी से बढ़ाता है और मुर्गियों व मछलियों के लिए भी पौष्टिक फीड का काम करता है. कम खर्च में तैयार होने वाला एजोला किसानों की कमाई बढ़ाने का आसान और प्रभावी तरीका बनता जा रहा है.
भारत में पशुपालन तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन संतुलित पशु आहार की जानकारी अब भी कई किसानों तक नहीं पहुंची है. सस्टेनेबल पशु पोषण से दूध उत्पादन बढ़ता है, पशु स्वस्थ रहते हैं और किसानों की आय में सुधार होता है.
दूध की बढ़ती मांग के बीच डेयरी बिजनेस तेजी से मुनाफे का जरिया बन रहा है. ऐसे में सही भैंस नस्ल का चुनाव बेहद जरूरी है. देसी और मजबूत मानी जाने वाली नागपुरी भैंस कम देखभाल में अच्छा दूध देती है और कठिन मौसम में भी टिकाऊ साबित होती है.
Goat Farming: बकरी पालन मुनाफे का काम है, लेकिन कुछ जहरीले पौधे इस कमाई को नुकसान में बदल सकते हैं. चराई या घर के आसपास उगने वाले कई पौधे बकरियों के लिए खतरनाक साबित होते हैं. सही जानकारी और थोड़ी सावधानी से बकरियों को बीमार होने और मौत से बचाया जा सकता है.