Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों और पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है. प्रदेश में 2 अक्टूबर से 9 अक्टूबर 2025 तक दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान का उद्देश्य है-दुग्ध उत्पादन बढ़ाना, पशुओं का नस्ल सुधार करना, और पशुपालकों को वैज्ञानिक तरीके से पशुपालन की जानकारी देना. इस अभियान के तहत सरकारी अधिकारी और कर्मचारी गांव-गांव और घर-घर जाकर पशुपालकों से सीधे संपर्क करेंगे और उन्हें पशुपालन के आधुनिक तौर-तरीकों के बारे में जानकारी देंगे. यह अभियान पशुपालकों की आर्थिक स्थिति सुधारने की दिशा में सरकार का मजबूत संकल्प है.
अभियान का उद्देश्य: पशुपालकों की आमदनी बढ़ाना
इस अभियान के जरिए सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि पशुपालकों की आमदनी को दुगना किया जा सके. दुग्ध उत्पादन बढ़ाकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सकता है. सरकार मानती है कि जब तक गांवों के किसान और पशुपालक आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होंगे, तब तक प्रदेश की अर्थव्यवस्था आगे नहीं बढ़ सकती. इसलिए यह अभियान सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि एक जनसंपर्क और जनजागरूकता का बड़ा प्रयास है.
किसानों, पशुपालकों की आर्थिक समृद्धि
मध्यप्रदेश सरकार का संकल्पऔर पढ़ें
- पशुपालकों के लिए रोजगार का नया मौका, केवल दूध ही नहीं ऊंट के आंसुओं से भी होगी कमाई
- बरसात में खतरनाक बीमारी का कहर, नहीं कराया टीकाकरण तो खत्म हो जाएगा सब
- पशुपालक इन दवाओं का ना करें इस्तेमाल, नहीं तो देना पड़ सकता है भारी जुर्माना
- 2000 रुपये किलो बिकती है यह मछली, तालाब में करें पालन और पाएं भारी लाभ
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— Animal Husbandry Department, MP (@mp_husbandry) September 22, 2025
गांव-गांव जाकर जागरूकता फैलाएंगे अधिकारी
2 से 9 अक्टूबर तक चलने वाले इस सप्ताहभर के अभियान में पंचायत स्तर से लेकर जिला स्तर तक के अधिकारी व कर्मचारी घर-घर जाकर संपर्क करेंगे. वे पशुपालकों को पशु चिकित्सा, टीकाकरण, संतुलित आहार और साफ-सफाई जैसे जरूरी पहलुओं की जानकारी देंगे. इसके अलावा यह भी बताया जाएगा कि कौन-से उपाय अपनाकर दूध उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है, और अच्छी नस्ल के पशु कैसे पाले जाएं.
नस्ल सुधार और स्वास्थ्य पर खास ध्यान
अभियान के दौरान नस्ल सुधार को लेकर विशेष जागरूकता फैलाई जाएगी. अधिकारी यह समझाएंगे कि बेहतर नस्ल के पशु ज्यादा दूध देते हैं और जल्दी बीमार नहीं होते. कृत्रिम गर्भाधान (AI) की मदद से कैसे अच्छी नस्ल तैयार की जा सकती है, इस पर भी जानकारी दी जाएगी. साथ ही, पशुओं के नियमित टीकाकरण और रोगों से बचाव के उपायों पर जोर दिया जाएगा ताकि पशुओं की सेहत बनी रहे और उत्पादकता प्रभावित न हो.
संतुलित आहार और पोषण की जानकारी भी दी जाएगी
कई बार पशुपालक जानकारी के अभाव में अपने पशुओं को सही खाना नहीं दे पाते, जिससे पशु कमजोर हो जाते हैं और दूध कम देने लगते हैं. इस अभियान के दौरान पशुओं के लिए संतुलित आहार की जानकारी भी दी जाएगी. सरकारी कर्मचारियों की टीम बताएगी कि कैसे घर में ही मौजूद सामग्री से पोषक आहार तैयार किया जा सकता है और बाजार में उपलब्ध संतुलित आहार का सही इस्तेमाल कैसे किया जाए.
किसानों और पशुपालकों को जोड़ने की कोशिश
दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान का एक और उद्देश्य है-किसानों और पशुपालकों के बीच मजबूत संवाद बनाना. अधिकारी पशुपालकों की समस्याएं सुनेंगे और उनका समाधान भी मौके पर देने की कोशिश करेंगे. साथ ही सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी जाएगी, जैसे:-
- पशुपालन से जुड़ी सब्सिडी
- बीमा योजनाएं
- सरकारी सहायता से नस्ल सुधार कार्यक्रम
- मुफ्त टीकाकरण शिविर
- इससे पशुपालकों का भरोसा बढ़ेगा और वे आगे आकर सरकार की योजनाओं का लाभ ले सकेंगे.