Highest Potato Production: आलू की सबसे ज्यादा पैदावार कहां होती है, टॉप 10 राज्यों की सूची यहां देखें

भारत में आलू सिर्फ खाने का हिस्सा नहीं, बल्कि किसानों की आय और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है. उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार सहित कई राज्य आलू उत्पादन में अग्रणी हैं और देश की खाद्य सुरक्षा में योगदान देते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं भारत के टॉप 10 राज्यों के बारे में जहां सबसे ज्यादा आलू की खेती होती है.

Kisan India
नोएडा | Published: 17 Oct, 2025 | 02:20 PM

Potato Farming : आलू सबसे ज्यादा कहां उगाया जाता है या किस राज्य में सबसे ज्यादा आलू पैदा होता है. यह सवाल अकसर लोगों के सामने आ जाता है, क्योंकि वे आलू तो लगभग रोज अपने भोजन में शामिल करते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता कि आलू की खेती कहां सबसे ज्यादा होती है. आलू, यानी Potato, सिर्फ हमारी थाली का हिस्सा नहीं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था और ग्रामीण जीवन का अहम आधार भी है. आलू हर मौसम में उपजने वाली फसल है और भारत के कई राज्यों में इसे बड़ी संख्या में उगाया जाता है. अलग-अलग रंग, आकार और किस्मों में मिलने वाला आलू न सिर्फ स्वादिष्ट है बल्कि इसमें पोषक तत्व भी भरपूर होते हैं. आलू की खेती से किसान अच्छी आमदनी कमाते हैं और यह फसल भारत के खाद्य सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. आइए जानते हैं भारत में आलू उत्पादन करने वाले टॉप 10 राज्य और उनके बारे में पूरी जानकारी.

उत्तर प्रदेश- आलू उत्पादन का दिग्गज

उत्तर प्रदेश, आलू उत्पादन  में देश का नंबर वन राज्य है. यहां का उत्पादन लगभग 15.89 मिलियन टन है. यूपी की उपजाऊ मिट्टी और अनुकूल जलवायु आलू की खेती के लिए बिल्कुल सही है. आगरा, फर्रुखाबाद और मेरठ जिले विशेष रूप से अपने उच्च उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं. यूपी का आलू उत्पादन न केवल राज्य के किसानों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण है.

पश्चिम बंगाल-आलू की उपज और मांग

पश्चिम बंगाल दूसरे नंबर पर है, जहां उत्पादन 12.6 मिलियन टन है. बंगाल की तटीय और उपजाऊ मिट्टी, खासकर हुगली, बर्दवान और बांकुड़ा जिले, आलू की खेती  के लिए बहुत अनुकूल हैं. यहां का आलू न केवल राज्य में बल्कि पूरे देश में उच्च गुणवत्ता वाला माना जाता है.

बिहार-आधुनिक खेती से उत्पादन बढ़ा

बिहार आलू उत्पादन में तीसरे नंबर पर है, यहां का उत्पादन 9.13 मिलियन टन है. आधुनिक कृषि तकनीक  और उच्च उपज वाली किस्मों को अपनाकर बिहार ने उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि की है. नालंदा और पूर्णिया जैसे जिले इस बढ़ोतरी में सबसे आगे हैं.

गुजरात-उन्नत कृषि तकनीक का उदाहरण

गुजरात 3.78 मिलियन टन उत्पादन के साथ आलू उत्पादन में चौथे स्थान पर है. यहां की सिंचाई तकनीक और आधुनिक खेती के तरीके आलू की पैदावार बढ़ाने में मदद करते हैं. बनासकांठा जिले विशेष रूप से आलू की खेती में जाना जाता है.

मध्य प्रदेश-विविध जलवायु और लंबा सीजन

मध्य प्रदेश 3.58 मिलियन टन उत्पादन के साथ पांचवें स्थान पर है. राज्य की विविध जलवायु और लंबे क्रॉपिंग सीजन की वजह से इंदौर और उज्जैन जिले आलू उत्पादन में काफी योगदान देते हैं.

पंजाब-देश की अनाज गढ़ी में आलू का योगदान

पंजाब, भारत की अनाज गढ़ी के रूप में प्रसिद्ध, आलू उत्पादन में 2.85 मिलियन टन का योगदान देता है. यहां की उन्नत कृषि तकनीक और उपजाऊ मिट्टी आलू उत्पादन के लिए आदर्श हैं.

हरियाणा-तकनीकी अपनाने वाला राज्य

हरियाणा में आलू उत्पादन 765,900 टन है. सिरसा और हिसार जिले आधुनिक कृषि तकनीक अपनाकर आलू की गुणवत्ता  और मात्रा बढ़ा रहे हैं.

असम-अद्वितीय जलवायु का लाभ

असम 761,840 टन उत्पादन के साथ प्रमुख आलू उत्पादक राज्य है. टिनसुकिया और दिब्रूगढ़ जिले यहां की अनूठी जलवायु और स्थलाकृतिक परिस्थितियों का लाभ उठाते हैं.

झारखंड- उभरता हुआ आलू उत्पादक

झारखंड 733,770 टन उत्पादन के साथ उभरते आलू उत्पादक राज्यों में शामिल है. रांची और ईस्ट सिंहभूम जिले यहां की आलू उत्पादन क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

छत्तीसगढ़-आलू की नई संभावनाएं

छत्तीसगढ़ 623,650 टन उत्पादन के साथ सूची में अंतिम स्थान पर है. रायपुर और दुर्ग जिले आलू की खेती में अग्रणी हैं. राज्य में अनेक प्रकार और नई तकनीकों ने आलू उत्पादन में वृद्धि की है.

आलू की कटाई और भंडारण

भारत में आलू को कटाई के बाद लंबे समय तक ताजा रखने के लिए विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है. पारंपरिक तरीके जैसे ठंडी, सूखी और हवादार जगह पर आलू रखना आम हैं. बड़े स्तर पर, कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं में आलू को 8-12 डिग्री सेल्सियस पर रखा जाता है ताकि पत्तियां न अंकुरित हों और खराब न हों. बीज आलू के लिए 2-4 डिग्री तापमान का इस्तेमाल किया जाता है. कभी-कभी आलू पर स्प्राउट सप्रेसेंट का इस्तेमाल भी किया जाता है.

भारत में आलू की खपत

भारत में आलू सिर्फ भोजन का हिस्सा नहीं, बल्कि संस्कृति और खान-पान का अभिन्न हिस्सा है. प्रति व्यक्ति आलू की खपत 2021 में 25.4 किलोग्राम थी. यह आंकड़ा 1962 के 3.45 किलोग्राम से बहुत बड़ा बढ़ाव दर्शाता है. आलू की बढ़ती शहरी मांग इसे लोकप्रिय बनाती है. आलू विटामिन C, B6, पोटेशियम और फाइबर का अच्छा स्रोत है. यह हृदय स्वास्थ्य में मदद करता है और पाचन में सहायक होता है. उच्च कार्बोहाइड्रेट सामग्री से ऊर्जा मिलती है और विभिन्न व्यंजनों में उपयोग इसे लोकप्रिय बनाते हैं.

भारत और वैश्विक आलू बाजार

भारत आलू के वैश्विक बाजार में महत्वपूर्ण स्थान रखता है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2022 में भारत ने 108 मिलियन डॉलर का आलू निर्यात किया. प्रमुख निर्यात गंतव्य नेपाल, ओमान, सऊदी अरब, इंडोनेशिया और मलेशिया हैं. विशेष प्रकार के आलू की मांग में 2024 में बढ़ोतरी देखी गई. आलू विश्व की तीसरी सबसे महत्वपूर्ण खाद्य फसल है. इसकी उत्पादन क्षमता 300 मिलियन मीट्रिक टन से अधिक है. आलू का उद्गम दक्षिण अमेरिका के एंडीज क्षेत्र में हुआ और यह 8,000 साल पहले पेरू और बोलीविया में विकसित हुआ. स्पेनिश ने इसे यूरोप में लाया और धीरे-धीरे यह विश्वभर में फैल गया.

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