 
                            अब किसान सिर्फ मिट्टी और मौसम पर निर्भर नहीं हैं, वे अपने मोबाइल फोन से पूरी फसल की जानकारी, मौसम का हाल, कीटनाशक सलाह और बाजार भाव तक सब कुछ जान सकते हैं. खासकर गन्ना किसानों के लिए कुछ ऐसे मोबाइल ऐप्स विकसित किए गए हैं.
 
                             
                             
                             
                             
                            कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से ग्रामीण युवाओं और किसानों के लिए फ्री बकरी पालन ट्रेनिंग शुरू की जा रही है. इसमें न केवल पालन की जानकारी दी जाएगी बल्कि चयनित प्रतिभागियों को दो से तीन बकरियों का सेट भी मुफ्त मिलेगा, जिससे वे खुद की यूनिट शुरू कर सकेंगे.
 
                            केंद्र सरकार ने वर्ष 2025-26 के लिए खाद सब्सिडी पर कुल 1.67 लाख करोड़ रुपये का बड़ा बजट तय किया है. इस राशि में से 1.18 लाख करोड़ रुपये केवल यूरिया सब्सिडी के लिए और 49,000 करोड़ रुपये फॉस्फेट व पोटाश जैसी अन्य खादों के लिए रखे गए हैं.
 
                             
                             
                            