किसान सतनाम सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी बाइक रिपेयरिंग के काम के साथ-साथ ड्रैगन फ्रूट की जैविक खेती शुरू की, तो लोगों ने उनका उपहास किया.
इस मशीन में ट्रैक्टर की हाइड्रोलिक प्रणाली का उपयोग करके हाइड्रोलिक मोटर (385 न्यूटन मीटर) और चेन-स्प्रोकेट ट्रांसमिशन सिस्टम के माध्यम से एक्सेंट्रिक स्लाइडर क्रैंक मैकेनिज्म चलाया जाता है. वहीं, बीज मापने की इकाई में वैक्यूम ट्रैक्टर के पीटीओ से चलने वाले एस्पिरेटर ब्लोअर द्वारा तैयार किया जाता है.
ड्रिप सिंचाई से 50-60% पानी बचता है और पैदावार बढ़ती है, जिससे किसानों का खर्चा कम और मुनाफा ज्यादा होता है. खाद की बचत, कम खरपतवार और बेहतर क्वालिटी वाली सब्जियों से बाजार में अच्छा दाम मिलता है.