लेयर मुर्गियां विशेष नस्लें होती हैं जो 18-19 सप्ताह की उम्र से व्यावसायिक रूप से अंडे देना शुरू कर देती हैं.

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इन्हें रोज लगभग 100 ग्राम संतुलित दाना देना जरूरी होता है, जिसमें प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस और मिनरल्स हों.

ज्यादा दाना देने से मुर्गी मोटी हो जाती है और अंडा देना बंद कर देती है. कम दाना देने से अंडा छोटा या उत्पादन कम हो जाता है.

सर्दियों में मुर्गियां ज्यादा खाती हैं (105 ग्राम तक), जबकि गर्मियों में कम (95 ग्राम तक). मौसम के अनुसार फीड को एडजस्ट करें.

दाना एक साथ देने की बजाय 2–3 बार में देना चाहिए, ताकि पाचन बेहतर हो और अंडा उत्पादन समय पर हो.

कई फार्मों में रात में भी हल्का फीड दिया जाता है, ताकि सुबह समय पर अंडा मिल सके.

एक दिन भी फीड में देरी होने से 10–20% मुर्गियां अंडा देना बंद कर सकती हैं.

मुर्गियां शोर, जानवरों की मौजूदगी या रात में लाइट बंद न होने से तनाव में आ जाती हैं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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