केंद्र सरकार ने डी-ऑयल्ड राइस ब्रान के निर्यात पर लगी रोक हटा दी है, जिससे किसानों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचने का मौका मिलेगा. भूटान को भी कई कृषि उत्पादों के निर्यात पर छूट दी गई है. धारवाड़ यूनिवर्सिटी से 100 टन गेहूं बीज के निर्यात को भी एक बार की मंजूरी मिली है.
अब BSc एग्रीकल्चर में दाखिला होगा समान नियमों से. ICAR परीक्षा से 20 फीसदी सीटें भरेंगी. छात्रों की वर्षों पुरानी परेशानी का समाधान हुआ. कृषि शिक्षा में अब राष्ट्रीय स्तर पर एकरूपता लाई जाएगी, जिससे योग्य छात्रों को लाभ मिलेगा.
ये गाय पहाड़ों की खास नस्ल है, जिसका घी 5500 रुपए किलो बिकता है. दूध कम होने के बावजूद घी की गुणवत्ता और पोषण से यह गाय किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है.
गेहूं की फसल में समय पर सिंचाई बहुत जरूरी है. सही मात्रा और समय से पानी देने से फसल स्वस्थ रहती है और उत्पादन बढ़ता है. जल संरक्षण और फसल सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है.
Kalash Visarjan: शारदीय नवरात्रि का हर दिन भक्तों के लिए बेहद खास होता है, लेकिन इसका अंतिम पड़ाव यानी कलश विसर्जन सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है. नवरात्रि की शुरुआत में कलश स्थापना करके माता दुर्गा का आह्वान किया जाता है और नौ दिनों तक पूरे श्रद्धा-भाव से पूजा की जाती है. माना जाता है कि कलश में ही देवी दुर्गा का वास होता है और यही कारण है कि विसर्जन के समय विशेष विधि और शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना आवश्यक है. ऐसे में आइए जानते हैं कि इस बार कलश विसर्जन कब होगा, किस विधि से करना चाहिए और कौन से शुभ मुहूर्त में इसका महत्व सबसे अधिक है.