PM Kisan Samman Nidhi: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार इस बार पीएम किसान सम्मान निधि की राशि लगभग 9 करोड़ किसानों के खाते में भेजी जाएगी और यह रकम 18 हजार करोड़ रुपये होगी. जबकि, पिछली 20वीं किस्त में लाभार्थी किसानों की संख्या 9 करोड़ से अधिक थी. इस बार लाभार्थियों की संख्या घटने की दो बड़ी वजहें सामने आई हैं.
ठंड में डीजल में मोम जैसे कण जमने लगते हैं, जिससे फ्यूल लाइन चोक हो सकती है. इससे इंजन झटके खाने लगता है या बंद हो जाता है. इस समस्या से बचने के लिए फ्यूल टैंक को कम से कम आधा भरा रखें. चाहें तो एंटी-फ्रीज एडिटिव का भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
Fish Farming: मछली पालन के लिए कई योजनाएं चलाने वाली हिमाचल प्रदेश सरकार का मत्स्य विभाग काफी एक्टिव है. राहेरा नाले में फंसी 50 हजार से अधिक मछलियों के बच्चों (फिश सीड) को बचाने के लिए विभागीय अमला जुट गया. किसानों और स्थानीय लोगों की मदद के बाद रेस्क्यू में सफलता मिली.
कृषि शिक्षा एवं प्रसार ब्यूरो के अनुसार गेहूं की फसल में पहला पानी और पहली खाद सही समय पर देने से उत्पादन काफी बढ़ जाता है. ऐसे में गेहूं की ज्यादा पैदावार हासिल करने के लिए खाद और पानी की मात्रा और टाइमिंक सही होना बेहद जरूरी होता है. यहां फसल विकास चरण के हिसाब से खाद सुझाई जा रही हैं जो किसान अपना सकते हैं.