PM Kisan Samman Nidhi: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार इस बार पीएम किसान सम्मान निधि की राशि लगभग 9 करोड़ किसानों के खाते में भेजी जाएगी और यह रकम 18 हजार करोड़ रुपये होगी. जबकि, पिछली 20वीं किस्त में लाभार्थी किसानों की संख्या 9 करोड़ से अधिक थी. इस बार लाभार्थियों की संख्या घटने की दो बड़ी वजहें सामने आई हैं.
ठंड में डीजल में मोम जैसे कण जमने लगते हैं, जिससे फ्यूल लाइन चोक हो सकती है. इससे इंजन झटके खाने लगता है या बंद हो जाता है. इस समस्या से बचने के लिए फ्यूल टैंक को कम से कम आधा भरा रखें. चाहें तो एंटी-फ्रीज एडिटिव का भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
intestinal worms : पशुओं के पेट में कीड़े पड़ना एक आम लेकिन खतरनाक समस्या है, जो समय पर इलाज न मिले तो बड़ी बीमारी बन जाती है. गलत आहार, गंदा पानी और पोषण की कमी इसकी बड़ी वजह हैं. समय पर जांच, साफ-सफाई और नियमित दवा से किसान अपने पशुओं को पूरी तरह सुरक्षित रख सकते हैं.
कृषि शिक्षा एवं प्रसार ब्यूरो के अनुसार गेहूं की फसल में पहला पानी और पहली खाद सही समय पर देने से उत्पादन काफी बढ़ जाता है. ऐसे में गेहूं की ज्यादा पैदावार हासिल करने के लिए खाद और पानी की मात्रा और टाइमिंक सही होना बेहद जरूरी होता है. यहां फसल विकास चरण के हिसाब से खाद सुझाई जा रही हैं जो किसान अपना सकते हैं.