NDA गठबंधन को एकतरफा जीत देने का क्रेडिट बिहार के 86 लाख किसानों को जाता है, जिन्होंने तेजस्वी यादव के 19 साल पहले खत्म हो चुकी मंडी व्यवस्था को फिर से लागू करने को नकार दिया और सहकारिता मंत्रालय की मौजूदा पैक्स समितियों की व्यवस्था को सही ठहराया. इतना ही नहीं किसानों को महागठबंधन का MSP गारंटी का फॉर्मूला भी रास नहीं आया है.
महंगे चारे से परेशान मछली पालकों के लिए यह तकनीक वरदान साबित हो रही है. फिश फीड मशीन की मदद से किसान घर पर ही सस्ता और पौष्टिक चारा तैयार कर सकते हैं. इससे लागत कम होती है, मछलियों की ग्रोथ तेज होती है और कमाई कई गुना बढ़ जाती है. नई तकनीक किसानों को आत्मनिर्भर बना रही है.
सोनाली मुर्गी इन दिनों किसानों के लिए आय का मजबूत साधन बन गई है. देसी लुक, तेज ग्रोथ और कम चारे में अधिक उत्पादन के कारण इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है. अंडे और मांस दोनों में किसान अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं, जिससे छोटे स्तर पर पोल्ट्री फार्मिंग भी लाभदायक साबित हो रही है.
गन्ने के साथ सहसली खेती के लिए 5,700 क्विंटल उन्नत किस्म की सरसों का बीज किसानों को मुफ्त उपलब्ध कराया जा रहा है. इन बीजों में ऐसी किस्मों को शामिल किया गया है जो इलाके की जलवायु के हिसाब से कम लागत में ज्यादा उपज देने में सक्षम हैं.