बिहार, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और असम जैसे राज्यों में हजारों किसानों की फसलें जलमग्न हो जाती हैं, मिट्टी बह जाती है और खेत महीनों तक इस्तेमाल लायक नहीं रह पाते. ऐसे समय में वाटर रिचार्जिंग सिस्टम किसानों के लिए एक सरल, सस्ती और प्रभावी तकनीक बनकर उभर रही है.
भैंस पालन आज गांव और शहर दोनों जगह कमाई का मजबूत तरीका बन गया है. मुर्रा जैसी अच्छी नस्ल दूध ज्यादा और बेहतर देती है. सही खाने, साफ जगह और समय पर जांच से दूध उत्पादन और भी बढ़ जाता है. किसान इन बातों को अपनाकर आसानी से अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं.
शिमला मिर्च समशीतोष्ण जलवायु की फसल है. यह न ज्यादा गर्मी सहन कर पाती है, न अत्यधिक ठंड. 20°C से 25°C तापमान इसके लिए सबसे अनुकूल माना जाता है. इसी वजह से मैदानी इलाकों में इसकी बुवाई अक्टूबर-नवंबर में होती है, जबकि पहाड़ी क्षेत्रों में फरवरी-मार्च इसका सही समय है.