कीवी उत्पादन के मामले में देश का सबसे प्रमुख राज्य कौन सा है

Monday, December 29, 2025
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तेल की नदी बहाएगी मेंथा की ये किस्म, कम लागत में होगा छप्परफाड़ मुनाफा

मेंथा का उपयोग दवाइयों से लेकर टूथपेस्ट, क्रीम, परफ्यूम, तेल और आयुर्वेदिक उत्पादों तक में होता है. यही वजह है कि इसकी मांग बाजार में पूरे साल बनी रहती है. दूसरी ओर, इसकी खेती में लागत अपेक्षाकृत कम आती है और उत्पादन जल्दी मिल जाता है.

ट्रैक्टर सर्विसिंग में लापरवाही पड़ सकती है भारी, किसान जरूर जानें ये जरूरी बातें

ट्रैक्टर सर्विसिंग में लापरवाही पड़ सकती है भारी, किसान जरूर जानें ये जरूरी बातें

कई किसान ट्रैक्टर तब तक चलाते रहते हैं, जब तक कोई बड़ी खराबी सामने न आ जाए. लेकिन ऐसा करना आगे चलकर ज्यादा खर्च और परेशानी का कारण बन सकता है. नियमित सर्विसिंग से छोटी-छोटी दिक्कतें पहले ही पकड़ में आ जाती हैं. इससे ट्रैक्टर की कार्यक्षमता बनी रहती है और अचानक खराब होने का खतरा कम हो जाता है.

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पशु बोल नहीं सकते, लेकिन तापमान बताता है सब कुछ.. जानिए बुखार की आसान पहचान

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गाय-भैंस की सेहत का सबसे आसान संकेत उनके शरीर का तापमान होता है. सही समय पर तापमान मापकर पशुपालक बीमारी की शुरुआत पहचान सकते हैं. बिहार सरकार के पशुपालन विभाग के अनुसार, थोड़ी सी सतर्कता से दूध उत्पादन और पशुपालक की कमाई दोनों को सुरक्षित रखा जा सकता है.

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यूरिया की किल्लत से परेशान किसानों के लिए तरल उर्वरक एक बेहतरीन विकल्प बनकर सामने आया है. 1 लीटर तरल एनपीके, 50 किलो यूरिया के बराबर असर देता है. इससे फसल की बढ़वार तेज होती है, पैदावार और गुणवत्ता बढ़ती है तथा लागत भी कम आती है.

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