ट्रैक्टर सर्विसिंग में लापरवाही पड़ सकती है भारी, किसान जरूर जानें ये जरूरी बातें
कई किसान ट्रैक्टर तब तक चलाते रहते हैं, जब तक कोई बड़ी खराबी सामने न आ जाए. लेकिन ऐसा करना आगे चलकर ज्यादा खर्च और परेशानी का कारण बन सकता है. नियमित सर्विसिंग से छोटी-छोटी दिक्कतें पहले ही पकड़ में आ जाती हैं. इससे ट्रैक्टर की कार्यक्षमता बनी रहती है और अचानक खराब होने का खतरा कम हो जाता है.
पशु बोल नहीं सकते, लेकिन तापमान बताता है सब कुछ.. जानिए बुखार की आसान पहचान
गाय-भैंस की सेहत का सबसे आसान संकेत उनके शरीर का तापमान होता है. सही समय पर तापमान मापकर पशुपालक बीमारी की शुरुआत पहचान सकते हैं. बिहार सरकार के पशुपालन विभाग के अनुसार, थोड़ी सी सतर्कता से दूध उत्पादन और पशुपालक की कमाई दोनों को सुरक्षित रखा जा सकता है.
दूसरी सिंचाई के बाद गेहूं के खेत में छिड़क दें एक किलो ये खाद, पौधों की बढ़वार होगी तेज.. दाने भी चमकदार
यूरिया की किल्लत से परेशान किसानों के लिए तरल उर्वरक एक बेहतरीन विकल्प बनकर सामने आया है. 1 लीटर तरल एनपीके, 50 किलो यूरिया के बराबर असर देता है. इससे फसल की बढ़वार तेज होती है, पैदावार और गुणवत्ता बढ़ती है तथा लागत भी कम आती है.