कीवी उत्पादन के मामले में देश का सबसे प्रमुख राज्य कौन सा है

Sunday, December 28, 2025
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कांगड़ा चाय जिसका यूरोपीय संघ ने भी माना लोहा, 170 साल पहले शुरू हुई खेती.. भूकंप का भी किया सामना

1998 में कांगड़ा चाय का उत्पादन 17 लाख 11 हजार किलोग्राम था, लेकिन उसके बाद लगातार गिरावट आई. साल 2024 में चाय उद्योग ने 1 लाख 40 हजार किलोग्राम चाय उत्पादन का अनुमान लगाया था, जो साल 2023 की तुलना में 25 हजार किलोग्राम कम था.

सरकार ने इलेक्ट्रिक कृषि ट्रैक्टर मानक जारी किए, किसानों को लूट नहीं पाएंगी कंपनियां.. मनमानी रुकेगी-यूज बढ़ेगा

सरकार ने इलेक्ट्रिक कृषि ट्रैक्टर मानक जारी किए, किसानों को लूट नहीं पाएंगी कंपनियां.. मनमानी रुकेगी-यूज बढ़ेगा

केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर के खेती में इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए मानक तय कर दिए हैं. इसके साथ ही बाजार में कंपनियों या एजेंटों की मनमानी और फर्जी दावों से किसानों को बचाने में मदद मिलेगी. ईवी ट्रैक्टर के इस्तेमाल से कार्बन का उत्सर्जन कम होता है, खेती की लागत घटती है और बढ़िया नतीजे मिलते हैं.

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गाय पालन करने वाले किसानों के लिए नई तकनीक उम्मीद लेकर आई है. अब गर्भाधान के जरिए बछड़ा नहीं बल्कि बछिया पैदा होने की संभावना बढ़ गई है. इससे नर बछड़ों की समस्या घटेगी, दूध उत्पादन बढ़ेगा और पशुपालकों की आय में बड़ा सुधार हो सकता है.

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बिहार के प्रगतिशील किसान कालीदास बनर्जी ने आम की नई प्रजाति को विकसित किया है, जिसके लिए उन्हें आईसीएआर से सम्मानित किया गया है और प्रमाण पत्र दिया गया है. उनकी नई आम किस्म को 11 राज्यों में उगाया जा रहा है और हर दिन उनकी पौधशाला में दूर दूर से किसान खेती के तरीके और तकनीक सीखने पहुंच रहे हैं.

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