Jharkhand Subsidy Schemes for Farmers: किसानों की सिंचाई समस्या दूर करने के लिए झारखंड सरकार ने खास योजना शुरू की है, जिसमें इस कृषि यंत्र पर लगभग 90 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है. कम कीमत में मिलने वाला यह यंत्र खेती को आसान और किफायती बनाएगा. इस योजना का लक्ष्य छोटे किसानों को आधुनिक साधनों से जोड़कर उनकी उत्पादकता बढ़ाना है. आइए जानते हैं इस यंत्र के बारे में..
आधुनिक मशीनों के दौर में भी बैल से खेती करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. कई किसान मानते हैं कि इससे मिट्टी की सेहत बेहतर रहती है, उत्पादन स्थिर रहता है और लागत भी कम आती है. मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि प्राकृतिक खेती में बैल की भूमिका आज भी बेहद महत्वपूर्ण है.
त्रिची और डेल्टा जिलों में सांबा और थलदी फसलों के लिए खाद की भारी कमी के कारण निजी डीलरों ने दाम बढ़ा दिए. कृषि विभाग ने स्टॉप सेल्स आदेश और निरीक्षण टीमों के जरिए लाइसेंस, स्टॉक और पीओएस डेटा की जांच शुरू की. करीब 4.63 लाख हेक्टेयर पर खेती होने की संभावना.