अलसी को ‘गरीबों का घी’ कहा जाता है, क्योंकि इसका तेल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद और किफायती है. सूखे क्षेत्रों में भी आसानी से उगने वाली इस रबी फसल की मांग बढ़ रही है. इसके बीज 200 रुपये किलो और तेल 300 रुपये किलो तक बिकता है.
चावल और गेहूं में कीड़े लगना आम समस्या है, जिससे स्वाद, गुणवत्ता और कीमत पर असर पड़ता है. लेकिन घरेलू नुस्खों की मदद से अनाज को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है, वो भी बिना किसी खर्च के.
Paddy New Variety: कर्नाटक में ब्रह्मवर स्थित क्षेत्रीय कृषि एवं बागवानी केंद्र के कृषि वैज्ञानिकों ने धान की चार नई किस्में प्रदर्शित की हैं. वैज्ञानिकों ने किसानों को इन किस्मों की खूबियों, रोगरोधी होने और उत्पादन क्षमता आदि की जानकारी दी.
Murgi Palan: ग्रामीण अर्थव्यवस्था में देसी मुर्गा-मुर्गी पालन तेजी से लोकप्रिय होता जा रहा है और अब यह सिर्फ छोटे किसानों के लिए आय का सोर्स नहीं रहा, बल्कि बड़े स्तर पर व्यवसायिक अवसर भी पैदा कर रहा है. सही नस्ल चुनकर और व्यवस्थित प्रबंधन अपनाकर किसान अंडे और मांस दोनों से बेहतर आमदनी कमा सकते हैं. कई परिवार इस व्यवसाय से आर्थिक मजबूती की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे ग्रामीण रोजगार और आत्मनिर्भरता में भी इजाफा हुआ है.