बनारस के चिरईगांव का करौंदा स्वाद, रंग और पोषण में बेहतरीन है. इसे जीआई टैग भी मिला है. कम पानी में उगने वाला यह फल आयरन और विटामिन C से भरपूर होता है. इसका उपयोग जैम, अचार, चटनी और स्क्वैश बनाने में किया जाता है, जिससे किसानों को अच्छी कमाई होती है.
चावल और गेहूं में कीड़े लगना आम समस्या है, जिससे स्वाद, गुणवत्ता और कीमत पर असर पड़ता है. लेकिन घरेलू नुस्खों की मदद से अनाज को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है, वो भी बिना किसी खर्च के.
इंदौर में 76.50 करोड़ रुपये की क्षमता वाला दुग्ध चूर्ण संयंत्र वर्चुअली शुरू हुआ. इससे दूध उत्पादक किसानों की आमदनी बढ़ेगी, रोजगार के अवसर मिलेंगे और दुग्ध उद्योग को नई दिशा मिलेगी.
कॉफी में कभी-कभी सूक्ष्म कीटों के अंश हो सकते हैं. FDA के अनुसार यह सामान्य स्तर सुरक्षित है. एलर्जी वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए. सामान्य उपभोक्ताओं के लिए कॉफी पीना सुरक्षित माना गया है.
Murgi Palan: ग्रामीण अर्थव्यवस्था में देसी मुर्गा-मुर्गी पालन तेजी से लोकप्रिय होता जा रहा है और अब यह सिर्फ छोटे किसानों के लिए आय का सोर्स नहीं रहा, बल्कि बड़े स्तर पर व्यवसायिक अवसर भी पैदा कर रहा है. सही नस्ल चुनकर और व्यवस्थित प्रबंधन अपनाकर किसान अंडे और मांस दोनों से बेहतर आमदनी कमा सकते हैं. कई परिवार इस व्यवसाय से आर्थिक मजबूती की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे ग्रामीण रोजगार और आत्मनिर्भरता में भी इजाफा हुआ है.