कृषि कार्यों के साथ ही मिट्टी की खुदाई, पेड़ों की जड़ों के उखाड़ने के साथ ही कई तरह के काम के लिए एक खास मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. यह मशीन कम समय में बेहतर गुणवत्ता से काम करने में सक्षम है, जिसकी वजह से इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है.
ग्रामीण इलाकों में बकरी पालन अब कमाई का नया जरिया बन गया है. कम पूंजी में शुरू होने वाला यह व्यवसाय किसानों को हर महीने हजारों रुपये की आय दे रहा है. दूध, मांस और खाद से होने वाली तिहरी कमाई ने गांवों की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी है.
रासायनिक उर्वरक महंगे होने के साथ-साथ मिट्टी और पर्यावरण पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं. ऐसे में गोबर की खाद एक प्राकृतिक और किफायती विकल्प के रूप में सामने आती है. यह न केवल मिट्टी की गुणवत्ता सुधारती है बल्कि पौधों को आवश्यक पोषक तत्व भी उपलब्ध कराती है.