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गाय के गोबर से बना उपला आसानी से गांवों में मिल जाता है और महंगी खाद की तुलना में बेहद सस्ता व असरदार विकल्प है.
उपले से निकला पानी नाइट्रोजन और दूसरे पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो पौधों की जड़ों तक सीधा असर करता है और उन्हें मजबूती देता है.
यह देसी खाद पौधों की जड़ों में ठंडक पहुंचाने का काम करती है जिससे पौधे गर्मी में भी हरे-भरे बने रहते हैं.
गाय के गोबर से बने उपले को बाल्टी में डालकर उसमें पानी भरें और तीन दिन तक ढककर रखें. फिर तीन दिन बाद इसे खोलें.
खोलने के बाद इस देसी खाद को छानकर हर 2-3 दिन में पौधों में डालें, इससे मिट्टी की नमी बरकरार रहती है और पौधे मुरझाते नहीं.
इस देसी खाद में मौजूद प्राकृतिक तत्व पौधों को फफूंदी और अन्य गर्मियों के रोगों से बचाते हैं, जिससे वे लंबे समय तक स्वस्थ रहते हैं.
यह देसी तरीका न केवल प्राकृतिक है बल्कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना गमले के पौधों को पोषण देता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.