पंजाब में धान की आवक बढ़ रही है, लेकिन भारी बारिश के कारण खरीद धीमी है. अब तक सिर्फ 6 फीसदी धान खरीदा गया है. मुख्य मंडियों में संगरूर आगे है. सरकार 170-180 लाख टन खरीद का लक्ष्य लेकर चल रही है.
चावल और गेहूं में कीड़े लगना आम समस्या है, जिससे स्वाद, गुणवत्ता और कीमत पर असर पड़ता है. लेकिन घरेलू नुस्खों की मदद से अनाज को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है, वो भी बिना किसी खर्च के.
तालाब के ऊपर मुर्गी पालन से किसान दोहरा फायदा कमा रहे हैं. यह तरीका लागत घटाता है और मछलियों को प्राकृतिक भोजन देता है. इससे किसान को बिना ज्यादा खर्च किए सालभर स्थिर आमदनी मिलती रहती है.
वाराणसी में 15 अक्टूबर को एफपीओ समागम होगा. किसानों को सब्जी बीज उत्पादन और बिक्री के व्यावसायिक अवसर सिखाए जाएंगे. कार्यक्रम से किसानों की आय बढ़ेगी और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे.
Afeem Ki Kheti: अफीम की खेती… सुनने में जितनी रहस्यमयी लगती है, हकीकत में उतनी ही सख्त और मुनाफेदार भी है. इसे “काला सोना” कहा जाता है, क्योंकि अगर सही तरीके से की जाए तो यह किसानों को करोड़ों का मुनाफा दिला सकती है. लेकिन इसकी राह आसान नहीं हर बीज, हर इंच जमीन और हर बूंद रस सरकारी निगरानी में होती है. लाइसेंस से लेकर कटाई तक की हर प्रक्रिया नियमों से बंधी होती है. ऐसे में आइए जानते हैं आखिर अफीम की खेती क्यों इतनी खास है और कैसे बनती है ये देश की सबसे नियंत्रित लेकिन फायदेमंद फसल.