भारत का कुल चाय उत्पादन करीब 6 प्रतिशत घटकर 159.9 मिलियन किलोग्राम पर पहुंच गया है. यह पिछले साल की तुलना में एक बड़ी गिरावट मानी जा रही है, जिसने खासकर पश्चिम बंगाल और दक्षिण भारत के उत्पादक क्षेत्रों में चिंता बढ़ा दी है.
पावर टिलर नामक मशीन आज छोटे और सीमांत किसानों के लिए खेती को आसान और किफायती बनाने में मददगार साबित हो रही है. यह न केवल खेत की जुताई करता है, बल्कि कई अन्य कृषि कार्यों में भी उपयोगी है.
अगर आप खेती-बाड़ी के साथ अतिरिक्त आमदनी चाहते हैं, तो भेड़ पालन आपके लिए शानदार विकल्प है. देश में कई नस्लें ऐसी हैं जो सालाना 5 किलो तक ऊन और मांस दोनों देती हैं. जानिए कौन-सी नस्ल सबसे ज्यादा फायदे वाली है.
लहसुन की फसल में बहुत ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है. शुरुआत में हर 10 से 15 दिन में हल्की सिंचाई करनी चाहिए. जैसे-जैसे पौधे बढ़ते हैं, पानी कम देना चाहिए, क्योंकि ज्यादा नमी से गांठें सड़ सकती हैं.
Dairy Farming Tips: अगर आप डेयरी फार्मिंग से अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो सिर्फ अच्छी नस्ल वाली गाय होना ही काफी नहीं है. सही देखभाल, संतुलित आहार, स्वच्छ पानी और आरामदायक वातावरण ही गायों के दूध उत्पादन को दोगुना कर सकते हैं. इसी कड़ी में आज हम आपको बताते हैं कि कैसे कुछ सरल लेकिन असरदार उपाय अपनाकर आप अपनी गायों से 25–30 लीटर तक दूध रोजाना पा सकते हैं और डेयरी व्यवसाय में सफलता हासिल कर सकते हैं.