भारत में सालाना लगभग 50 करोड़ टन पराली पैदा होती है. इनमें से लगभग 14 करोड़ टन पराली का कोई उपयोग नहीं होता. पराली प्रबंधन की दिशा में अब पराली से क्लीन एनर्जी बनाई जा रही है और इसके लिए किसानों से उनकी फसलों के अवषेश जलाने की बजाय खरीदे जा रहे हैं.
किसानों की सुरक्षा और फसल की गुणवत्ता देश की खाद्य सुरक्षा से जुड़ी है. ऐसे में हर किसान का जागरूक होना बेहद जरूरी है. सरकार के इस अभियान से किसानों में विश्वास और जागरूकता दोनों बढ़ेगी, जिससे वे धोखाधड़ी से बचकर सुरक्षित खेती कर सकें.