प्रधान वैज्ञानिक डॉ. राकेश उपाध्याय ने कहा कि वैज्ञानिकों ने मेंथा उत्पादन के लिए खरीफ मिंट तकनीक विकसित कर बड़ी सफलता हासिल की है. इस तकनीक से असिंचित क्षेत्रों में खेती को बढ़ावा मिलेगा. जबकि, किसानों की सिंचाई खपत कम होगी और सालभर में वे तीन फसलें ले सकेंगे.
डांगी गाय एक देसी नस्ल है जो कम चारे और देखभाल में भी अधिक दूध देती है. यह हर मौसम में खुद को आसानी से ढाल लेती है और बीमारियां भी कम होती हैं. इसका पालन किसान भाइयों के लिए कम लागत में ज्यादा मुनाफे का मजबूत साधन बन सकता है.
शिवराज सिंह चौहान ने दो दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन अपने संबोधन में कहा कि हमारे किसानों और वैज्ञानिकों की मेहनत और सरकार की किसान हितैषी नीतियों से देश में कृषि की ग्रोथ 3.7 फीसदी है, जो कि दुनिया में सबसे ज्यादा है.