पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सीजन में किसान बहुत परेशान हैं. उनकी फसल समय पर नहीं खरीदी जा रही और किसानों को MSP का लाभ भी नहीं मिल रहा. इसके अलावा भुगतान में भी देरी हो रही है. ऐसे में किसानों को नुकसान हो रहा है.
किसानों के लिए हरे चारे की कमी अब चुनौती नहीं. भूसे से तैयार पौष्टिक चारा पशुओं को ऊर्जा और स्वास्थ्य देता है. इसे अपनाकर दूध उत्पादन बढ़ता है और पशुपालन लाभकारी बनता है. विज्ञान और अनुभव से किसान आसानी से अपना खर्च कम कर सकते हैं.