रासायनिक खादों के अत्यधिक इस्तेमाल से मिट्टी की उपज क्षमता कम हो रही है. ऐसे में वर्मी कंपोस्ट एक बेहतर विकल्प बनकर उभरा है. इसकी डिमांड सिर्फ खेतों तक सीमित नहीं, बल्कि नर्सरी, गार्डनिंग सेंटर्स, और ऑर्गेनिक फार्मिंग कंपनियों तक फैली हुई है.
SOPA ने ‘सोया सीड रेवोल्यूशन’ की शुरुआत कर उच्च गुणवत्ता वाले बीजों के जरिए सोयाबीन की उत्पादकता बढ़ाने का लक्ष्य रखा है. डॉ. डेविश जैन ने भारत को प्रोटीन और तेल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए नीतिगत बदलाव, वैल्यू एडिशन और ‘सोयाबीन वर्ष 2026’ की अपील की.