ध्यान रहे की खाद को हमेशा मिट्टी के अंदर गड्डा खोदकर डालना चाहिए ताकि पानी खाद को बहाकर न ले जा सके.

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सीधे मिट्टी की सतह पर खाद डालने से वह पानी के साथ बह सकती है. इस वजह से पौधे को पूरा पोषण नहीं मिल पाता.

खाद खरीदते समय उसकी गुणवत्ता और ब्रांड की जांच जरूर करें. हमेशा ध्यान दे कि, खाद में कोई हानिकारक रसायन न हों.

खराब या मिलावटी खाद से पौधों में संक्रमण, जड़ गलने और पत्तियां झड़ने जैसी कई समस्याएं होने लगती हैं.

साथ ही बरसात के मौसम में ज्यादा खाद देने से पौधों की जड़ें जल सकती हैं क्योंकि तत्वों का संतुलन बिगड़ जाता है.

फास्फोरस और पोटैशियम का ओवरडोज खतरनाक साबित हो सकता है. इसकी अधिकता से पौधों की ग्रोथ धीमी हो सकती है.

इसके साथ ही पेड़ों में कीट लगने पर पेस्टिसाइड का सीधा छिड़काव न करें. उसमें पानी मिलाकर उसे पतला करें, फिर छिड़काव करें.

पेस्टिसाइड का उपयोग करते समय मात्रा और विधि का ध्यान रखें, गलत तरीका पौधों और पर्यावरण दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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