प्रधान वैज्ञानिक डॉ. राकेश उपाध्याय ने कहा कि वैज्ञानिकों ने मेंथा उत्पादन के लिए खरीफ मिंट तकनीक विकसित कर बड़ी सफलता हासिल की है. इस तकनीक से असिंचित क्षेत्रों में खेती को बढ़ावा मिलेगा. जबकि, किसानों की सिंचाई खपत कम होगी और सालभर में वे तीन फसलें ले सकेंगे.
चरवाहों की जीवनशैली प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर जीने की मिसाल है. सादगी, आत्मनिर्भरता और अनुभव से भरी इस जिंदगी में सीख भी है और संघर्ष भी. ये जीवनशैली हमें पर्यावरण से जुड़ने और कम संसाधनों में संतुष्टि की प्रेरणा देती है.
ओडिशा के 1,500 बीज उत्पादक किसान आठ महीने से 800 रुपये प्रति क्विंटल इनपुट सहायता का इंतजार कर रहे हैं. सरकार ने ‘समृद्ध कृषक योजना’ के तहत सहायता मंजूर की थी, लेकिन फंड जारी नहीं हुआ. OSSC ने 20 करोड़ रुपये की मांग की है. किसान नाराज हैं.