महाराष्ट्र के रहने वाले किसान उद्यमी ऋषिकेश धाने सतारा जिले में 3 एकड़ सूखा ग्रस्त जमीन पर एलोवेरा की खेती करते हैं. जिसके लिए उन्होंने केवल गाय के गोबर की खाद, मुर्गी की खाद और मशरूम के कचरे की खाद का इस्तेमाल किया.
महिंद्रा अब सिर्फ पारंपरिक ट्रैक्टर नहीं बना रहा है. कंपनी इलेक्ट्रिक ट्रैक्टरों (e-Tractors) और AI आधारित स्मार्ट फार्मिंग तकनीकों की दिशा में भी काम कर रही है.
बकरी पालन में सफलता के लिए सही आहार सबसे जरूरी है. अगर पालक नर बकरा और दुधारू बकरी के आहार को समझदारी से बांटें तो न केवल दूध उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि प्रजनन क्षमता भी बनी रहेगी और मुनाफा भी ज्यादा होगा.