गैर-एफसीवी तंबाकू किसानों की आमदनी पर संकट बना हुआ है. विदेशी कंपनियों की चालबाजी और बाजार असंतुलन से नुकसान बढ़ा है. किसान सभी तंबाकू पर समान नियम और पारदर्शी प्रणाली की मांग कर रहे हैं.
बिहार सरकार ने अक्टूबर महीने में पशुपालकों के लिए नई सलाह जारी की है. इस गाइडलाइन का उद्देश्य पशुओं को मौसम जनित बीमारियों से बचाना और किसानों को नुकसान से रोकना है.
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना से किसानों को अपनी मिट्टी के पोषक तत्वों की पूरी जानकारी मिलती है. इससे खाद का सही उपयोग होता है, फसल की पैदावार बढ़ती है और खेती की लागत घटती है. यह कदम कृषि में बड़ा बदलाव ला रहा है.
Afeem Ki Kheti: अफीम की खेती… सुनने में जितनी रहस्यमयी लगती है, हकीकत में उतनी ही सख्त और मुनाफेदार भी है. इसे “काला सोना” कहा जाता है, क्योंकि अगर सही तरीके से की जाए तो यह किसानों को करोड़ों का मुनाफा दिला सकती है. लेकिन इसकी राह आसान नहीं हर बीज, हर इंच जमीन और हर बूंद रस सरकारी निगरानी में होती है. लाइसेंस से लेकर कटाई तक की हर प्रक्रिया नियमों से बंधी होती है. ऐसे में आइए जानते हैं आखिर अफीम की खेती क्यों इतनी खास है और कैसे बनती है ये देश की सबसे नियंत्रित लेकिन फायदेमंद फसल.