खेती और विज्ञान का अनोखा संगम हाल ही में राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी में देखने को मिला, जब दो छात्रों ने ऐसी मशीन का प्रदर्शन किया जो पौधे की जरूरत के हिसाब से पोषण देता है. नेचुरल फार्मिंग के लिए बनाए गए इस टूल को ‘धरतीपुत्र’ नाम दिया गया है.
बकरियों में बीमारी बहुत जल्दी पकड़ लेती है और थोड़ा-सा ध्यान कम पड़ जाए तो किसान को बड़ा नुकसान हो सकता है. मौसम बदलते ही कई तरह की बीमारियां फैलती हैं, लेकिन समय पर पहचान और सही इलाज बकरियों को बचा सकता है. साफ-सफाई, सही चारा और टीकाकरण से ज्यादातर रोगों से आसानी से बचाव संभव है.
कांगड़ा में डेढ़ महीने से लगातार सूखे के कारण रबी मौसम में गेहूं की बुवाई प्रभावित हुई है. नवंबर में बारिश सामान्य से 89 फीसदी कम रही. किसान 46,000 हेक्टेयर में ही बोवाई कर पाए. कृषि विभाग सब्सिडी के साथ बीज दे रहा है. जिले में सिंचाई सीमित होने से अधिकांश किसान बारिश पर निर्भर हैं.