झारखंड के खूंटी जिले में किसान फूलों की खेती से बंपर कमाई कर रहे हैं. इससे किसानों का जीनव स्तर पहले से बेहतर हुआ है. खास बात यह है कि जिले में महिला किसान भी फूलों की खेती कर रही हैं.
बहुत से किसान यह मानकर चलते हैं कि जब तक ट्रैक्टर सही चल रहा है, तब तक उसकी सर्विस की जरूरत नहीं. लेकिन यह सोच ट्रैक्टर को धीमे-धीमे अंदर से खोखला कर देती है. हर 250 से 300 घंटे के उपयोग के बाद सर्विसिंग करवाना जरूरी होता है.
भारत और मालदीव के बीच हुए इस समझौता ज्ञापन (MoU) के तहत दोनों देशों के मछुआरों, तकनीशियनों और वैज्ञानिकों को आपसी अनुभव साझा करने और एक-दूसरे के यहां प्रशिक्षण लेने का अवसर मिलेगा.