गाड़ियां, फैक्ट्रियां और एनर्जी के पारंपरिक सोर्स लगातार हवा में कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) जैसी हानिकारक गैसें छोड़ रहे हैं. यही गैसें धरती को गर्म कर रही हैं और ग्लोबल वार्मिंग को तेज कर रही हैं. ऐसे माहौल में हम अक्सर सुनते हैं कि, ‘पौधे धरती के फेफड़े हैं’ और वे हवा को शुद्ध करते हैं.