कोरोना की नई लहर NB.1.8.1 और LF.7 वेरिएंट के कारण फैल रही है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक हैं.

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डॉक्टरों के अनुसार, गर्भवती महिलाओं की इम्युनिटी कम होती है, जिससे उन्हें संक्रमण जल्दी हो सकता है.

कोविड संक्रमण के कारण बच्चे का वजन कम हो सकता है, समय से पहले डिलीवरी और अन्य कॉम्प्लिकेशन भी हो सकते हैं.

प्रेग्नेंट महिलाएं बाजार, मेलों या अस्पतालों जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, क्योंकि संक्रमण का खतरा अधिक होता है.

घर में अगर किसी को खांसी-जुकाम हो तो उससे दूरी बनाए रखें और मास्क जरूर पहनें, ताकि संक्रमण न फैले.

मास्क लगाएं, हाथ बार-बार धोएं और विटामिन C युक्त चीजें खाएं ताकि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे.

कोई भी लक्षण जैसे बुखार, थकान या खांसी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, देरी करना जोखिम भरा हो सकता है.

मां को कोरोना हुआ तो यह शिशु को भी प्रभावित कर सकता है. इसलिए पूरी प्रेग्नेंसी के दौरान सतर्क रहना बेहद जरूरी है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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